MA Kya hota hai in hindi – आज की इस आर्टिकल में आपको MA कोर्स की पूरी जानकारी मिलेगी , अगर आप MA कोर्से के बारे में जानकारी चाहते है तो इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढिये , आपके सारे सवालो का जवाब आपको मिल जाएगा |
इस आर्टिकल में हम जानेंगे –
- MA Kya hota hai in hindi,
- MA फुल फॉर्म क्या है,
- MA कौन कर सकता है(eligibility),
- एमए करने के क्या फायदे हैं,
- M.A के बाद क्या करें,
- एमए कोर्स के बाद कौन सी नौकरी मिलती है और कितनी सैलरी मिलती है
आदि से जुड़ी विस्तृत जानकारी के लिए हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
MA course details in Hindi
एम ए क्या है – (MA kya hai in Hindi )
- MA कला (arts) के क्षेत्र में Post Graduation की पढ़ाई होती है।
- इसे ग्रेजुएशन या इसके बराबर की पढ़ाई पूरी करने के बाद किया जा सकता है।
- M.A की पढ़ाई आर्ट्स के किसी भी एक सब्जेक्ट में specialization प्रदान करती है।
एमए (M.A) का फुल फॉर्म क्या है?
Ma का full form है “Master of Arts”.
मास्टर ऑफ आर्ट्स (MA) को हिन्दी में “कला में स्नातकोत्तर” कहते हैं।
एमए की पढ़ाई कितने साल की होती है?
एम ए (Master of Arts) की पढ़ाई 2 साल
MA Eligibility criteria in Hindi – MA के लिए योग्यता
एमए कोर्स में एडमिशन पाने के लिए विद्यार्थी को Arts stream से ग्रेजुएट होना चाहिए।
कुछ कॉलेज अन्य stream के विद्यार्थियों को भी MA में एंट्रेंस एग्जाम पास करने के बाद एडमिशन दे देते हैं।
इसके अलावा विद्यार्थी का कम से कम 45% से 50% अंकों के साथ ग्रेजुएट होना अनिवार्य है।
कुछ कॉलेज विद्यार्थियों के लिए आयु सीमा भी निश्चित करते हैं।
MA Admission Process in Hindi in India
1. Application Form
किसी भी कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए सबसे पहले आपको यह ध्यान रखना है कि उस कॉलेज के MA entrance exam का application form कब आ रहा।
आप Top MA colleges और Universities की लिस्ट बना लें और सभी का application form भर दें।
2. Entrance Exam
एप्लीकेशन फॉर्म भरने के बाद आपको entrance exam देना होगा।
सभी बड़े कॉलेज या यूनिवर्सिटी एमए कोर्स में एडमिशन के लिए अपना खुद का एंट्रेंस एग्जाम लेते हैं।
इसलिए आप Top MA calleges और Universities में एंट्रेंस एग्जाम जरूर दें।
NOTE – कुछ कॉलेज और यूनिवर्सिटी में बिना entrance exam के सीधे एडमिशन मिल जाता है। ऐसे कॉलेज ग्रेजुएशन के अंकों के आधार पर एडमिशन दे देते हैं |
3. Counselling
Entrance Exam (प्रवेश परीक्षा) के बाद सभी कॉलेजों के द्वारा काउंसलिंग प्रक्रिया की शुरुआत होती है।
काउंसलिंग प्रक्रिया में पहले अधिक अंक वाले विद्यार्थियों को बुलाया जाता है और फिर कम अंक वाले विद्यार्थियों को। इस तरह सभी सीटों को भरने के लिए कई राउंड काउंसलिंग होती है।
अगर आपके एंट्रेंस में अधिक अंक आते हैं तो पहले राउंड की काउंसलिंग में ही आपका सिलेक्शन हो जायेगा।
4. Document Verification
यह सबसे अंतिम चरण होता है। इसमें विद्यार्थी के सभी original documents को कॉलेज के द्वारा चेक किया जाता है।
अगर सभी डॉक्यूमेंट सही रहे तो तुरंत एडमिशन मिल जाता है।
कई विद्यार्थी सही समय पर सारे डॉक्यूमेंट ना ले जाने के कारण एडमिशन से वंचित रह जाते हैं।
M.A की फीस कितनी है – MA ki fees –
एम ए की फीस इस बात पर निर्भर करती है कि आपने किस कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया है और एम ए में कौन सा सब्जेक्ट चुना है।
सरकारी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एमए की औसत फीस लगभग 4 हजार से 10 हजार के आस-पास होती है जबकि प्राइवेट कॉलेज में एमए की फीस लगभग 20 हजार रूपए के आस-पास भी हो सकती है।
एम.ए (MA) में कौन-कौन से subject होते हैं?
एमए की पढ़ाई में वे सभी सब्जेक्ट होते हैं तो Arts stream में होते हैं। जैसे –
- हिंदी (Hindi)
- अंग्रजी (English)
- इतिहास (History)
- भूगोल (Geography)
- संस्कृत (Sanskrit)
- समाज शास्त्र (Sociology)
- शिक्षा शास्त्र (Pedagogics)
- राजनीति शास्त्र (Politics)
- अर्थशास्त्र (Economics)
अन्य विषय (कॉलेज या यूनिवर्सिटी पर आधारित)
Arts stream के सभी विषयों में से आप सिर्फ उसी विषय को चुन सकते हैं जो आपके ग्रेजुएशन में हो।
आसान शब्दों में, ग्रेजुएशन में विद्यार्थी के 3 मुख्य विषय होते हैं जिसमें से किसी भी एक विषय को लेकर विद्यार्थी आगे M.A की पढ़ाई कर सकता है।
जो लोग किसी विषय में ऑनर्स लेकर ग्रेजुएशन करते हैं वे आगे MA में भी उसी विषय को लेने के लिए बाध्य हैं।
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MA में कितने पेपर होते हैं?
आपके चुने गए विषय के आधार पर MA में 4 अथवा 5 पेपर होंगे अर्थात प्रत्येक सेमेस्टर के अंत में आपको 4 या 5 exams देने होंगे।
अलग-अलग कॉलेजों में सब्जेक्ट और सिलेबस के आधार पर पेपरों की संख्या कम या अधिक भी हो सकती है।
एमए (M.A) के बाद क्या करें?
MA कोर्स पूरा करने के बाद आप या तो और आगे की पढ़ाई कर सकते हैं या जॉब कर सकते हैं।
Courses after MA in Hindi
1. B.Ed. (Bachelor of Education)
अगर आप स्कूल में बच्चों को पढ़ाने की इच्छा रखते हैं तो MA के बाद आप B.ed करके post graduate teacher बन सकते हैं।
B.Ed. पूरे 2 साल का पाठ्यक्रम होता है जिसमें ऐडमिशन लेने के लिए प्रवेश परीक्षा देनी पड़ती है।
2. PhD (Doctor of Philosophy)
अगर आप रिसर्च में रुचि रखते हैं और आगे चलकर प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो ऐसे में आपको PhD की पढ़ाई करनी है।
पीएचडी कोर्स में दाखिला लेने के लिए प्रवेश परीक्षा होती है और प्रवेश परीक्षा देने के लिए आपके MA में कम से कम 60% अंक होना आवश्यक है।
PhD की पढ़ाए पूरी करने में विद्यार्थी को औसतन 3 से 6 साल का समय लगता है।
3. M.Phil (Master of Philosophy)
M.Phil भी पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर की डिग्री होती है लेकिन इसमें रिसर्च से जुड़ा पाठ्यक्रम होता है।
इस कोर्स में भी दाखिला लेने के लिए विद्यार्थी के MA में कम से कम 55% अंक होने चाहिए।
M.Phil कोर्स में भी दाखिला प्रवेश परीक्षा के आधार पर होता है।
M.Phil की पढ़ाई पूरी करने में 2 वर्ष का समय लगता है।
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MA के बाद short-term कोर्से –
इन सब के अलावा future job के लिए अपनी योग्यता और कौशल को विकसित करने के लिए आप कुछ short term courses भी जरूर करें। जैसे-
- Basic level computer course
- CCC (computer)
- Spoken English
- Personality development course
MA qualification jobs in India
एमए के बाद आपको इन पदों पर नौकरी मिल सकती है – शिक्षक, सोशल वर्कर, कंटेंट राइटर आदि।
एक MA qualified candidate के लिए बड़ी कम्पनियों में वेकेंसी भी निकलती हैं।
कुछ ऐसी कंपनियां, जो newly MA qualified candidates के लिए जॉब वेकेंसी निकालती हैं उनके नाम इस प्रकार से है-
- Amazon (India)
- Myntra
- ICICI Bank
- TCS
- ITC Limited
- Times of India
- Hindustan Times
- Capgemini
इन कंपनियों में आपको नौकरी मिलती है या नहीं, ये मुख्यतः इस बात पर निर्भर करता है कि M.A में आपका कौन सा सब्जेक्ट था।
M.A. Students Salary in India
एक M.A. qualified candidate को उसके जॉब के post के अनुसार सैलरी मिलती है।
जैसे -अगर आप एमए करने के बाद किसी छोटे स्कूल में पढ़ाते हैं तो 8000 से 12000 रूपए प्रति महीने सैलरी मिलेगी।
जबकि Amazon जैसी बड़ी कम्पनी में job करने पर आपको 20000 रूपए प्रतिमाह वेतन भी मिल सकता है।
इसके अलावा आप चाहें तो खुद का कोचिंग इंस्टीट्यूट खोल कर महीने के 20 से 50 हजार रुपए प्रति महीने कमा सकते हैं।
MA Best Colleges in India
यहां हमने MA course के इंडिया के कुछ Top Colleges और University की लिस्ट दी है, जिसमें से आप किसी भी एक कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं-
- Hindu College, New Delhi
- LSR College for Women, New Delhi
- St. Xavier’s College, Mumbai
- Mumbai University
- Jain University, Bangalore
- Christ University, Bangalore
- Presidency College, Chennai
- Presidency University, Kolkata
- Rabindra Bharati University, Kolkata
- St. Xavier’s College, Ahmedabad, Gujarat
Best Distance Education University and Colleges for M.A
ऐसे विद्यार्थी जो किसी कारणवश regular class नहीं कर सकते वे Distance Education के जरिए भी M.A की पढ़ाई कर सकते हैं।
इंडिया के कुछ Top Distance Education Colleges for MA के नाम इस प्रकार से हैं –
- IGNOU, New Delhi
- Mahatma Gandhi University, New Delhi
- Saraswati Distance Education, Mumbai
- Rabindra Bharati University, Kolkata
- Netaji Subhas Open University, Kolkata
एम ए (MA) करने के क्या फायदे हैं?
एमए करने के कई सारे फायदे है जो की निम्नलिखित है –
- MA करने से विद्यार्थी को अपने चुने हुए सब्जेक्ट में विशेष और गहन अध्ययन करने का मौका मिलता है।
- एमए के विद्यार्थियों को विशेषज्ञों के लेक्चर और सेमिनार attend करने होते हैं जिससे उन्हें विशेषज्ञों के काम के एक्सपीरियंस को जानने का मौका मिलता है।
- एमए में विद्यार्थियों को आए दिन पूरे क्लास के सामने प्रेजेंटेशन देनी होती है, जिसके कारण उनमें बेहतर communication skills विकसित होती है।
- इसके अलावा, अगर आप आगे चलकर प्रोफेसर बनने का सपना देखते हैं तो MA की पढ़ाई इसमें अहम भूमिका निभायेगी।
निष्कर्ष (Conclusion) – MA Kya hai in hindi – MA Kaise kare ?
एमए दो वर्ष का पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स है। इसमें ऐडमिशन लेने के लिए आपके ग्रेजुएशन में कम से कम 50% अंक होने चाहिए।
MA में एडमिशन Entrance Exam में आए अंको के आधार पर होता है।
एमए के बाद आप PhD , M.Phil या B.Ed करके अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ा सकते हैं।
M.A के तुरंत बाद जॉब करने पर आपको 10000 रूपए प्रति महीने से लेकर 50000 रूपए तक की सैलरी मिल सकती है।
हम आशा करते हैं कि आपको हमारा आर्टिकल “MA Kya hota hai in hindi” जानकारी पूर्ण लगा होगा।
अगर अब भी आप हमसे M.A course से जुड़ा कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स में जरूर पूछें।
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