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NET JRF Kya hai – योग्यता, परसेंट, छात्रवृति, परीक्षा पैटर्न, सिलेबस, तैयारी –

“NET JRF kya hai – आज कि इस आर्टिकल में हम आपको NET JRF के बारे में सबकुछ बताने वाले है जैसे कि –

“NET JRF kya hai” इसे क्वालीफाई करने के बाद कौन सी job मिलती है, सैलरी क्या रहती है, इसे कौन कर सकता है आदि के बारे में हमने विस्तार से “नेट जेआरएफ” के इस आर्टिकल में आगे बताया है।

अगर आप ये साड़ी बाते जानना चाहते है तो आप इस आर्टिकल को पढ़ के NET JRF की पूरी जानकारी पा सकते है |

NET JRF kya hota hai – नेट जेआरएफ क्या है पूरी जानकारी

असिस्टेंट प्रोफेसर के पद  के योग्यता के लिए या जूनियर रिसर्च फेलोशिप अवार्ड (JRF) के लिए जो परीक्षा होती है उसे “National Eligibility Test(NET)” कहते हैं।

“Junior research fellowship (JRF)” एक ऐसा प्रोग्राम है जिसके अंतर्गत विद्यार्थी अगर आगे एम.फिल या पीएचडी करता है तो उसे आर्थिक सहायता दी जाती है।

जो उम्मीदवार NET की परीक्षा देता है वह असिस्टेंट प्रोफेसर के पद लिए योग्य बन जाता है और उसे जूनियर रिसर्च फेलोशिप अवार्ड का letter भी मिलता है।

NET JRF kya hota hai
NET JRF kya hota hai

नेट जेआरएफ परीक्षा की योजना की शुरुआत UGC (University Grants Commission) ने की थी।

पहले NET JRF की परीक्षा CBSC के जरिए कराई जाती थी लेकिन अब यह परीक्षा UGC की तरफ से “National Testing Agency (NTA)” के जरिए कराई जाती है।

इसलिए NET के दूसरे नाम “UGC NET” या “NTA-UGC-NET” भी हैं।

NET JRF Full Form

NET JRF का full form है “National Eligibility Test for Junior Research Fellowship”.

नेट जेआरएफ को हिंदी में “जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा” कहते हैं।

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NET JRF eligibility criteria in Hindi

हमने ये जान लिया कि “NET JRF kya hai और NET JRF full form , आइये हम जानते है कि NET JRF के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए –

नेट जेआरएफ की परीक्षा देने का विचार करने वाले विद्यार्थी को यह जान लेना चाहिए कि वह इस परीक्षा के लिए योग्य है भी या नहीं।

इसलिए चलिए जानते हैं NET JRF का eligibility criteria क्या है –

Educational qualification for NET JRF

नेट का एग्जाम देने वाले candidate की कम से कम post graduation की पढ़ाई पूरी होनी चाहिए।

पोस्ट ग्रेजुएशन में general category के विद्यार्थी के कम से कम 55% marks होने चाहिए जबकि अन्य catagory के 50% marks हो तब भी चलेगा।

ट्रांसजेंडर उम्मीदवारों को भी SC/ST/PWD जातियों के बराबर ही छूट दी जाएगी।

इसके अलावा cut off बनाते वक्त ट्रांसजेंडर उम्मीदवारों के लिए सबसे कम cut off रखी जायेगी।

ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने अपने पोस्ट ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष की परीक्षा दी है और उनका रिजल्ट नहीं आया है, वे भी इस परीक्षा के फॉर्म को भर सकते हैं।

ऐसे उम्मीदवार के पोस्ट ग्रेजुएशन में 55% अंक आने के बाद ही नेट जेआरएफ के रिजल्ट को मान्य किया जायेगा।

यानी अगर विद्यार्थी नेट क्वालीफाई भी कर ले और उसके पोस्ट ग्रेजुएशन में कम अंक आते हैं तो उसके NET के क्वालीफाई अंको को रद्द कर दिया जायेगा।

उम्मीदवार को उसी विषय से UGC NET की परीक्षा देनी होती है जो उसने पोस्ट ग्रेजुएशन में लिया हो पर अगर उम्मीदवार के पोस्ट ग्रेजुएशन का सब्जेक्ट NET के 81 विषयों की लिस्ट में नहीं आता तो वह अपने विषय से मिलते जुलते विषय में NET का एग्जाम दे सकता है।

नेट जेआरएफ एप्लीकेशन फॉर्म

UGC NET का फॉर्म भरते वक्त उम्मीदवार को यह बताना होता है कि वह केवल “Assistant Professor” के लिए apply कर रहा है या “Junior research fellowship और Assistant Professor” दोनों के लिए apply कर रहा है।

NET JRF के लिए योग्यता

अगर उम्मीदवार जूनियर रिसर्च फेलोशिप अवार्ड के लिए net की परीक्षा देना चाहता है तो उसके लिए age limit और age limit में छूट इस प्रकार से है –

  • जेआरएफ की परीक्षा देने के लिए उम्मीदवार की age 31 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
  • OBC (नॉन-क्रीमी लेयर), SC, ST, PwD महिलाओं और ट्रांसजेंडर उम्मीदवारों के लिए 5 साल तक की छूट दी गई है।
  • ऐसे उम्मीदवार जिनको रिसर्च का एक्सपीरियंस हो उन्हें उतने वर्षों की छूट दी जाती है जितने वर्षों तक उन्होंने रिसर्च किया है।
  • ऐसे उम्मीदवारों को अपने रिसर्च का सर्टिफिकेट जमा करना पड़ता है तभी उन्हें age limit में छूट मिलती है।
  • जिन उम्मीदवारों के पास L.L.M. की Degree है उन्हें अधिकतम आयु सीमा से 3 वर्ष और अधिक की छूट मिलती है।
  • ऐसे उम्मीदवार जो सशस्त्र बलों में काम कर चुके हैं उन्हें 5 वर्ष तक की छूट मिलती है।

कुल मिलाकर, किसी भी परिस्थिति में किसी भी उम्मीदवार को 5 साल से ज्यादा की छूट नहीं दी जाएगी।

NOTE – अगर उम्मीदवार असिस्टेंट प्रोफेसर की eligibility के लिए NET की परीक्षा देना चाहता है तो उसे किसी भी प्रकार से age limit में छूट नहीं दी जाएगी।

NET JRF kya hai
NET JRF kya hai

NET JRF Exam pattern

नेट जेआरएफ की परीक्षा में कुल 2 पेपर होते हैं। जो कुल मिलाकर 300 अंकों के होते हैं।

Exam pattern of NET JRF first paper

नेट के 1st paper में कुल 50 प्रश्न पूछे जाते हैं और एक प्रश्न 2 अंक का होता है यानी कुल 100 अंकों का पेपर होता है।

इस पेपर में कुल 10 यूनिट होते हैं और प्रत्येक यूनिट से 5 प्रश्न पूछे जाते हैं।

इस पेपर में पूछे जाने वाले सभी प्रश्न बहुविकल्पीय (MCQ) होते हैं।

इस पेपर को बस क्वालीफाई करना होता है और Qualify करने के लिए उम्मीदवार को कम से कम 40% अंक लाने होते हैं।

आरक्षित कैटेगरी (PwD/ sc/ st/ OBC-NCL/ ट्रांसजेंडर) के उम्मीदवारों के qualifying marks 35% निर्धारित किया गया है।

Exam pattern of NET JRF 2nd paper

प्रत्येक विद्यार्थी के चुने हुए सब्जेक्ट के अनुसार ही उसका NET JRF का second paper होता है।

Second Paper में चुने हुए subject से कुल 100 क्वेश्चन पूछे जाते हैं और एक प्रश्न 2 अंक का होता है अर्थात् कुल 200 अंकों का दूसरा पेपर होता है।

इस पेपर में भी सभी प्रश्न बहुविकल्पीय (MCQ) होते हैं।

NET JRF syllabus

चूंकि नेट जेआरएफ के second paper में विद्यार्थियों को अलग-अलग सब्जेक्ट चुनने का अधिकार दिया गया है इसलिए उन सभी 81 विषयों का सिलेबस यहां विस्तार से बताना संभव नहीं है।

इसलिए हमने केवल पहले पेपर के सिलेबस के बारे में बताया है।

NET JRF first paper syllabus

नेट के पहले पेपर में कुल 10 यूनिट होते हैं। इसलिए नीचे हमने यूनिट के हिसाब से सिलेबस बताया है।

  • Unit 1. Teaching Aptitude
  • Unit 2. Research Aptitude
  • Unit 3. Comprehension
  • Unit 4. Communication
  • Unit 5. Mathematical Reasoning & Aptitude
  • Unit 6. Logical Reasoning
  • Unit 7. Data Interpretation
  • Unit 8. Information & Communication Technology
  • Unit 9. People, Development & Environment
  • Unit 10. Higher Education System
  • NET JRF preparation tips in Hindi

नीचे हमने कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण टिप्स बताएं हैं जो आपको नेट जेआरएफ का पेपर क्वालीफाई करने में मदद करेंगे।

1. एग्जाम पैटर्न – सबसे पहले उम्मीदवार को यूजीसी नेट के एग्जाम पैटर्न को समझना चाहिए।

उसे यह चीजें जान लेनी चाहिए कि पेपर किस type का आएगा, किस तरह के प्रश्न पूछे जायेंगे, पेपर कौन सी लैंग्वेज में होगा, कितने अंकों का होगा और marking scheme क्या होगी।

Note– इन सभी चीजों के बारे में हमने आर्टिकल में नीचे बताया है।

2. सिलेबस – एग्जाम पैटर्न समझने के बाद विद्यार्थी को अगली चीज जो बहुत अच्छे से समझनी चाहिए वह है, नेट जेआरएफ का सिलेबस

ऐसे टॉपिक जिनके बारे में आपको पहले से थोड़ी बहुत जानकारी है उन्हें एक जगह लिख लें और जिनकी बिल्कुल भी जानकारी नहीं है उन्हें अलग लिख लें।

अब अपनी जानकारी वाले टॉपिक को पहले पढ़ कर खत्म करें। ऐसे आपका motivation बढ़ेगा और सिलेबस जल्दी खत्म भी होगा।

जैसे ही आप एक टॉपिक खत्म कर लें उस पर निशान लगाते जाएं और उस दिन की तारीख भी डाल दें।

ऐसा करने पर आपको अंदाजा मिलता जायेगा कि आपको किस टॉपिक को कब revise करना है।

3. नोट्स – बिना notes बनाए किसी भी एग्जाम में सफल नहीं हुआ जा सकता है।

Notes में सभी important चीजों को लिखे और उन्हें समय-समय पर revise करना बिल्कुल भी ना भूलें।

जिस दिन आपने जो टॉपिक revise किया है उसकी date भी डाल दें ताकि आपको पता चल सके कि इस टॉपिक को फिर से कब revise करना है।

4. पिछले साल के प्रश्न पत्र – अपने पढ़े गए टॉपिक के हिसाब से पिछले साल के प्रश्न पत्र में पूछे गए प्रश्नों को जरूर हल करें।

ऐसा करने से आपको अंदाजा लग जायेगा कि किस विशेष टॉपिक से ज्यादा प्रश्न पूछे जाते हैं।

पिछले साल का पेपर हल करते वक्त अपने साथ एक घंडी भी रखें और यह देखें कि एक प्रश्न को हल करने में आपको कितना समय लग रहा है।

साथ में घड़ी रखना इसलिए जरूरी है क्योंकि परीक्षा में एक निश्चित समय के अंदर ही पेपर हल करना होता है।

अपने पेपर हल करने की timing को धीरे-धीरे बढ़ाने की कोशिश करें। यानी कम समय में पेपर हल करने की कोशिश करें।

5. टाइम मैनेजमेंट – एक विद्यार्थी के लिए टाइम मैनेजमेंट करना बहुत जरूरी होता है ताकि वो धीरे-धीरे और एक साथ सभी विषयों को लेकर चल सके।

टाइम मैनेजमेंट करने के लिए सबसे पहले अपने सोने और जागने का समय निश्चित करें और कम से कम 7 घंटे की नींद जरूर लें।

प्रति दिन 6 से 7 घंटे पढ़ने की कोशिश करें और इन्हीं 6 से 7 घंटे में रिवीजन के लिए कम से कम 2 घंटे जरूर निश्चित करें।

एक समय पर एक ही टॉपिक पढ़ें। और एक टॉपिक खत्म करने के बाद ही अगले टॉपिक पर बढ़ें।

6. हतोत्साहित ना हों – सिर्फ कुछ days पढ़ने पर net jrf का exam qualify नहीं किया जा सकता है। इसके लिए आपको रोज पढ़ना पड़ेगा।

इसलिए कुछ दिन की पढ़ाई के बाद demotivate ना हों।

इसके अलावा, preparation में आ रही दिक्कतों को देखकर भी बिल्कुल भी demotivate ना हों और अपना लक्ष्य याद रखें।

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NET JRF करने के फायदे(benefits) और jobs after NET JRF

नेट जेआरएफ करने का सबसे बड़ा फायदा है कि आप असिस्टेंट प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए eligible हो जाते हैं।

इसके बाद, NET JRF qualify करने के जो विशेष फायदे हैं वे इस प्रकार से हैं –

1. Scholarship amount

Junior research fellowship (JRF) अवार्ड हासिल करने वाले उम्मीदवार को यूजीसी के scheme के तहत एम फिल या पीएचडी की पढ़ाई में रिसर्च के लिए पैसे मिलते हैं।

एम फिल या पीएचडी की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी को रिसर्च के लिए 31,000 रुपए हर महीने scholarship amount भी मिलेगा।

अगर विद्यार्थी एम फिल या पीएचडी की 2 साल की पढ़ाई में बेहतरीन रिसर्च करता है तो उसे सीनियर रिसर्च फेलोशिप (SRF) के लिए eligible कर दिया हैं और उसकी रिसर्च duration को 3 साल के लिए बढ़ा दिया जाता है।

तीन साल के इस बढ़े हुए duration में विद्यार्थी को 35,000 रुपए प्रति महीने scholarship amount मिलेगा।

2. Assistant Professor

Net JRF qualify करने के बाद उम्मीदवार यूजीसी के द्वारा मान्यता प्राप्त युनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए अप्लाई भी कर सकते हैं।

असिस्टेंट प्रोफेसर को ग्रेजुएशन कर रहे बच्चों को पढ़ाने का मौका मिलता है।

एक जूनियर असिस्टेंट प्रोफेसर की सैलरी 25,000 से 40,000 रुपए तक होती है। प्रमोशन होने के बाद सैलरी बढ़ती भी है।

3. Public Sector Undertaking

अगर आप प्रोफेसर नहीं बनना चाहते तो भी PSU कंपनियों में काम कर सकते हैं।

PSU कंपनियां हर साल NET JRF qualified candidates को जॉब देती हैं।

इन कंपनियों में NET JRF qualified candidates के लिए फाइनेंस, रिसर्च एंड डेवलपमेंट, ह्यूमन रिसोर्स आदि क्षेत्रों में कई सारी jobs available होती हैं।

4. Laboratory Work

NET JRF clear करने के बाद आप रिसर्च स्कॉलर भी बन सकते हैं और भारत की top research laboratory में काम
कर सकते हैं।

Top research laboratory में सीनियर की निगरानी में काम करके आप बहुत कुछ सीख सकते हैं और अपनी
skills को भी develop कर सकते हैं।

Laboratories में JRF qualified candidates के लिए बहुत सी jobs available होती हैं।

ऐसी Laboratories में काम करने पर 18,000 से 40,000 रुपए तक salary मिलती है।

धीरे-धीरे work experience बढ़ने के साथ ही salary में भी बढ़ोतरी होती है।

5. Promotion

अगर आप पहले से कोई रिसर्च कर रहे हैं या कहीं पर लैब असिस्टेंट के रूप में काम कर रहें हैं तो जेआरएफ क्वालीफाई करने के बाद निश्चित रूप से आपका प्रमोशन हो जायेगा।

6. Other benefits

ऊपर बताए गए benefits के अलावा, नेट जेआरएफ क्वालीफाई करने के कुछ अन्य फायदे इस प्रकार से हैं –

  1. आप अपनी खुद की रिसर्च लैब शुरू कर सकते हैं।
  2. JRF award के कारण किसी भी job में आपको अन्य लोगों की तुलना में अधिक महत्व दिया जायेगा।
  3. आप अपने विषय का subject expert बन सकते हैं।
  4. आप as an author कोई book लिख सकते हैं जिसमें अपने रिसर्च से जुड़े experience को बता सकते हैं।

NET JRF exam FAQs in Hindi

प्रश्न: UGC NET के एप्लीकेशन फॉर्म की फीस कितनी होती है?

उत्तर: General category के लिए UGC NET के एप्लीकेशन फॉर्म की फीस 1000 रुपए होती है।

OBC और EWS category के लिए UGC NET के एप्लीकेशन फॉर्म की फीस 500 रुपए होती है।

SC/ST category के लिए UGC NET के एप्लीकेशन फॉर्म की फीस 250 रुपए होती है?

प्रश्न: NET JRF की exam duration क्या होती है?

उत्तर: दोनों पेपर मिलाकर NET JRF की exam duration कुल 3 घंटे (180 मिनट) होती है।

प्रश्न: क्या NET JRF के एग्जाम में negetive marking होती है?

उत्तर: जी नहीं. NET JRF के दोनों एग्जाम में किसी भी तरह की negetive marking नहीं होती है।

अगर विद्यार्थी एक प्रश्न सही करता है तो उसे 2 अंक मिलेंगे। अगर विद्यार्थी प्रश्न गलत करता है या प्रश्न बिना हल किए छोड़ देता है तो उसके कोई भी अंक नहीं कटेंगे।

प्रश्न: NET JRF की validity कितनी होती है?

उत्तर: अगर आपने यूजीसी नेट की परीक्षा JRF award के लिए दी है तो उसकी validity 3 साल तक मान्य होगी।

जबकि अगर आपने यूजीसी नेट की परीक्षा असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए दी है तो उसकी validity पूरे जीवन भर रहेगी।

प्रश्न: NET JRF की परीक्षा कौन से language/ medium/ भाषा में दी जा सकती है?

उत्तर: NET JRF की परीक्षा हिंदी और इंग्लिश में से किसी भी एक language/ medium/ भाषा में दी जा सकती है।

UGC NET का प्रश्न पत्र हिंदी और अंग्रेजी दोनों language/ medium/ भाषाओं में उपलब्ध रहता है।

प्रश्न: UGC NET का exam साल में कितने बार होता है?

उत्तर: UGC NET का exam एक year में 2 बार छः महीने के अंतराल पर june और December में होता है।

प्रश्न: NET और JRF में क्या difference है?

उत्तर: NET और JRF को क्वालीफाई करने के लिए यूजीसी के द्वारा एक ही परीक्षा कराई जाती है, जिसका नाम NET है।

इस परीक्षा में जो उम्मीदवार अधिक नंबर लाते हैं वे JRF qualified हो जाते हैं और जो उम्मीदवार थोड़े कम नंबर लाते हैं वे केवल NET qualified ही होते हैं।

UGC NET की परीक्षा में केवल top 5 से 7% candidates को ही JRF qualified के लिए चुना जाता है।

अगर आप JRF qualify कर लेते हैं तो आपका NET भी qualify माना जायेगा।

लेकिन अगर आप केवल NET qualify करते हैं तो आपका JRF qualify नहीं माना जायेगा और आपको रिसर्च के दौरान schlorship amount नहीं दिया जायेगा।

जेआरएफ क्वालीफाई करने का मुख्य फायदा केवल schlorship amount ही होता है।

बाकी सभी चीजें NET और JRF qualified candidates के लिए same ही होती हैं।

प्रश्न: UGC NET JRF, CSIR JRF और ICAR JRF में क्या अंतर (difference) है?

उत्तर: ऐसे विद्यार्थी जो non – science stream (विज्ञान के अलावा अन्य विषय) से आते हैं उनके लिए UGC NET JRF प्रोगाम है।

जबकि Science stream के विद्यार्थियों के लिए CSIR NET JRF प्रोगाम है और एग्रीकल्चर फील्ड के विद्यार्थियों के रिसर्च के लिए ICAR JRF प्रोगाम बनाया गया है।

Conclusion – NET JRF kya hai

जूनियर रिसर्च फेलोशिप अवार्ड या सहायक प्रोफेसर के पद के लिए योग्य होने के लिए National Eligibility Test(NET) का एग्जाम दिया जाता है।

अधिक अंकों के साथ विद्यार्थी JRF qualified माना जाता है और उसे रिसर्च के दौरान स्क्लोरशिप की रकम भी मिलती है।

कम अंक पाने वाला विद्यार्थी केवल NET qualified माना जाता है और रिसर्च के दौरान उसे स्क्लोरशिप की रकम नहीं मिलती है।

तो दोस्तों हमे उम्मीद है कि अब आपको समझ आ गया होगा कि “NET JRF kya hota hai” अगर आपको हमारा यह आर्टिकल “NET JRF kya hai” जानकारी से भरा लगा हो तो इसे अपने सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें।

और अगर आप UGC NET JRF exam से जुड़ा कोई सवाल करना चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स में पूछें।

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