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रक्षाबंधन पर निबंध |Raksha Bandhan Par Nibandh| 10 lines,300,500 Words

RakshaBandhan Par Nibandh || रक्षाबंधन पर निबंध

RakshaBandhan Par Nibandhरक्षाबंधन हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है जिसे हर साल श्रवण मास की पूर्णिमा के दिन अगस्त के महीने में मनाया जाता है। इस महत्वपूर्ण त्योहार को राखी

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की धागे की वजह से जाना जाता है जिस दिन बहन अपने भाई के कलाई पर राखी बांधती है और उससे वचन लेती है उपहार लेती है।

साथ ही यह बहुत ही हर्षोल्लास का त्योहार पूरे भारतवर्ष में मनाया जाता है। अगर आप रक्षाबंधन पर निबंध ढूंढ रहे हैं तो यह लिखा आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

रक्षाबंधन पर निबंध || Raksha Bandhan Essay In Hindi – RakshaBandhan Par Nibandh – 10 Lines

  • रक्षाबंधन हिंदुओं का एक प्रमुख त्यौहार है जिसे हर साल श्रवण पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है।
  • साल के महीने के हिसाब से रक्षाबंधन का त्यौहार हर साल अगस्त के महीने में आता है।
  • रक्षाबंधन के दिन बहन अपने भाई के कलाई पर राखी बांधी है उसके सुखी और मंगल जीवन की कामना करती है और खुद के लिए सुरक्षा का वचन मांगती है।
  • यह त्योहार पूरे भारतवर्ष में हिंदू समुदाय के द्वारा हर्षोल्लास से मनाया जाता है।
  • इस दिन बहन अपने भाई से विभिन्न प्रकार के उपहार मांगती है और भाई खुशी से उन उपहारों को देता है।
  • रक्षाबंधन का त्योहार भाई और बहन दोनों को अपने अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक करता है।
  • राखी के दिन जब तक बहन भाई को राखी नहीं बांधती तब तक वे  उपवास भी रखती है और राखी बांधने के बाद ही वह अपना व्रत तोड़ कर खाना ग्रहण करती है।
  • जो बहने अपने भाई के साथ नहीं रहती हैं यानि कि वह अपने भाई के घर से दूर हैं वह अपने भाई के लिए राखी लिफाफे में रखकर के भेजती हैं ताकि उनका भाई राखी बांध सके।
  • राखी में सारी दुकानें सज जाती हैं और सभी दुकानों पर राखी मिलनी शुरू हो जाती है।
  • हिंदू धर्म में राखी के पर्व को बहुत ही महत्व दिया गया है और इसके पीछे कई कथाएं भी हैं।

राखी पर निबंध 500 शब्दों में || Essay On Rakhi In 500 Words

अगर आप हिंदू धर्म से बिलॉन्ग करते हैं तो राखी के पर्व के बारे में जरूर सुना होगा या फिर आप भी राखी मनाते होंगे। आपकी भी बहन आपको राखी बांधती होगी और आप की सलामती की दुआ भगवान से मांगती होगी।

राखी भाई बहन का त्योहार है जिसमें बहन अपने भाई के कलाइयों पर राखी बांधती है और उस वक्त वह कहती है कि राखी तुम मेरे भाई की हर समय रक्षा करना।

और, मेरे भाई को कुछ होने मत देना। ऐसा कोई भी बहन इसलिए कहती है ताकि जब कभी किसी बहन को अपने भाई की जरूरत पड़े और वह अपने भाई को मदद के लिए याद करें।

 बहन की मदद करते समय भाई को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ा तो उस समय वह राखी उसके भाई का साथ दें और उसके भाई को संकट से निकाल सके।

रक्षाबंधन का त्योहार सावन महीने की पूर्णिमा तिथि के दिन मनाई जाती है। पूर्णिमा की तिथि के दिन इस त्योहार को मनाया जाता है और उस दिन लगभग सारी बहने अपने भाई के कलाई पर राखी बांधती है।

वैसे तो रक्षाबंधन के पीछे कई कहानियां है लेकिन एक महत्वपूर्ण कहानी है कि एक बार राक्षसों और देवताओं में भीषण युद्ध हुआ।

उस युद्ध में राक्षस विजय हुए और उन्होंने देवताओं को हराने में सफलता प्राप्त की। जो ब्रम्हांड के राजा बन गए और तीनों ब्रह्मांड में अजीबो गरीब कार्य करने लगे जिससे कि पूरे ब्रह्मांड में त्राहि-त्राहि मच गई।

सारे देवता यह सोच में पड़ गए कि कैसे अब इसे दोबारा अपने हाथ में लिया जाए और राजपाट को देवताओं के राजा इंद्र को सौंपा जाए।

देवराज इंद्र ने अपना पूरा जोर लगा दिया लेकिन फिर भी उन्हें उनका राजपाट वापस नहीं मिल पाया तो वह मदद के लिए अपने गुरु बृहस्पति के पास पहुंचे और उनसे उन्होंने कहा कि उनका राजपाट उन्हें वापस मिल सकती है।

इस पर देवराज इंद्र के गुरु बृहस्पति ने कहा कि हमें एक यज्ञ का अनुष्ठान करना पड़ेगा और उसके बाद ही हम राक्षसों पर विजय प्राप्त कर अपने राजपाट को फिर से प्राप्त कर सकते हैं।

देवराज इंद्र ने गुरु जी को यज्ञ करने को कहा ताकि वह इस समापन के बाद अपनी राजपाट को वापस प्राप्त कर सके।

गुरु जी ने देवराज इंद्र के कहने पर तुरंत ही यज्ञ का अनुष्ठान किया और यज्ञ कुछ दिनों तक चला। कुछ दिनों के बाद यज्ञ की समाप्ति हुई।

 देवराज इंद्र के गुरु इस यज्ञ में से एक राखी लेकर देवराज इंद्र के कलाई पर बांध दी और बोले कि जाओ जब तक यह राखी तुम्हारे कलाई पर है तब तक तुम्हें किसी भी राक्षस द्वारा किसी भी तरह की हानि नहीं होगी।

उसके बाद देवराज इंद्र उस राखी को अपने कलाई पर बांधा और युद्ध में लड़ने के लिए चल पड़े। उसके बाद, युद्ध में देवराज इंद्र और देवताओं की जीत हुई और उसके बाद उन्हें अपना राजपाट वापस मिल गया।

और, तीनों ब्रह्मांड में फिर से खुशी की लहर दौड़ पड़ी। इसी दिन के बाद से लोग राखी का त्यौहार मनाने लगे और हर बहन अपने भाई को राखी बांधने लगी ताकि वह हर युद्ध में विजयी हो।

आइये अब हम जानेंगे कि 700 शब्दों में RakshaBandhan Par Nibandh कैसे लिखे ?

रक्षाबंधन पर निबंध 700 शब्दों में || Raakhi Per Nibandh In Hindi

रक्षा बंधुन हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है और लगभग सभी हिंदू इस पर्व को धूमधाम से मनाते हैं। यह एक ऐसा त्योहार है जिससे भाई और बहन की रिश्ते मजबूत होती है और इस दिन सारी बहनें अपने भाई के कलाइयों पर राखी बांधती है।

रक्षाबंधन का त्योहार दो शब्दों से मिलकर बना है पहला शब्द है रक्षा और दूसरा शब्द है बंधन।

अगर रक्षाबंधन का शाब्दिक अर्थ समझा जाए तो रक्षाबंधन का शाब्दिक अर्थ है रक्षा का बंधन।

दूसरे शब्दों में, जब भी कोई बहन अपने भाई को राखी बांधती है तो वह इस राखी से यही उम्मीद करती है कि उसका भाई जब जब किसी मुसीबत में पड़े तो यह राखी उसकी सहायता करें और उसे उस मुसीबत से निकलने का कोई रास्ता बताएं।

सारी बहनें राखी इसलिए ही बांधती है ताकि उनका भाई हमेशा सुरक्षित रहें। राखी के त्योहार को हर साल सावन माह की पूर्णिमा की तिथि को मनाया जाता है।

जो बहने राखी में अपने भाई के समीप रहती हैं वह तो अपने भाई को इस दिन उनके कलाइयों में राखी बांधती हैं और उनकी रक्षा के लिए दुआ करती है

लेकिन जो बहने अपने भाई से दूर रहती है या फिर किसी कारणवश उस दिन अपने भाई से दूर हो गई हैं तो वह अपने भाई की सुरक्षा की गुहार के लिए भगवान से प्रार्थना करती हैं और अपने भाई को राखी बांधने के लिए राखी लिफाफे में डालके अपने नजदीकी डाकघर के माध्यम से अपने भाई के पास भेज देती है

ताकि उनके भाई अपने कलाई पर खुद से इस राखी को बांध सके और वह सुरक्षित रह सके।

राखी के दिन सभी बहने सुबह से उपवास रखती हैं और तब तक अन्न ग्रहण नहीं करती हैं जब तक कि वह अपने भाई को राखी नहीं बांधती।

जब वह अपने भाई को राखी बांधती है उसके बाद ही वह अन्न ग्रहण करती है। राखी बांधने के दौरान सारी बहनें एक थाली में राखी, मिठाई चंदन और आरती लेकर अपने भाई के सामने आती हैं।

वह सबसे पहले आरती उतारती है और उसके बाद अपने भाई को चंदन से टीका लगाती हैं।

टीका लगाने के बाद सारी बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और उसके बाद जो भी मिठाई वह लाई है वह अपने भाई को खिलाती है।

भाई भी अपनी बहना को मिठाई खिलाते हैं। उसके बाद भाई अपनी बहन को उपहार के स्वरुप में कुछ देते हैं।

ऐसा नहीं होता कि भाई को उपहार में कोई महंगी चीज देनी जरूरी है भाई अपनी बहन को अपनी इच्छा के अनुसार किसी भी तरह का उपहार दे सकते हैं।

लेकिन हिंदू धर्म में ऐसा माना गया है कि जब भी बहन भाई को राखी बांधे तो भाई को उपहार में कुछ ना कुछ देना अनिवार्य है।

राखी का त्योहार भाई-बहन के अटूट प्रेम को दर्शाने वाला एक त्योहार है। इस त्योहार के दिन हर भाई-बहन के बीच प्यार दिखता है और हर भाई बहन एक दूसरे के प्रति अपने प्यार को जाहिर करते हैं।

भले ही वह भाई-बहन साल भर एक दूसरे से लड़ते हो झगड़ते हो लेकिन राखी के दिन हर भाई बहन का प्रेम देख सभी हैरान रह जाते हैं।

साल भर लड़ने झगड़ने वाले दो भाई बहन राखी के दिन इतने प्रेम से राखी के इस त्योहार को मनाते हैं और उसके बाद वह दोनों एक दूसरे को मिठाई खिलाते हैं।

RakshaBandhan-Par-Nibandh
RakshaBandhan-Par-Nibandh

भारत में कई ऐसे त्योहार हैं जो लोगों को एक दूसरे के प्रति प्यार लाते हैं और उन्हें एहसास दिलाते हैं कि आपका कोई ऐसा भी है जो राखी के दिन पर आपका इंतजार कर रहा है।

जब भी किसी भाई-बहन के बीच दूरियां बढ़ने लगती है वैसे ही बीच में राखी का त्यौहार आ जाता है और भाई-बहन के बीच प्यार बढ़ने लगता है और दूरियां कम होने लगती है।

आजकल के युग में लोग रक्षाबंधन के दिन राखी तो बांध लेते हैं लेकिन भाई बहन के असली रिश्ते को भूल जाते हैं। ऐसे लोगों से हमारा यही आग्रह है कि सिर्फ राखी के बंधन को हाथ में बांध देने से आप राखी का त्योहार नहीं मना लेते हैं।

जब तक आपके दिल में अपने बहन के लिए या फिर कोई बहन के दिल में अपने भाई के प्रति प्रेम नहीं रहेगा तब तक राखी का त्योहार सफल नहीं होगा।

इसलिए आप जिस तरह अपनी बहन से राखी बंधवा रहे हैं बिल्कुल उसी तरह अपने दिल में अपनी बहन के लिए प्यार रखें।

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निष्कर्ष – RakshaBandhan Par Nibandh

दोस्तों आज हमने आपको अपने इस लेख “RakshaBandhan Par Nibandh” के माध्यम से राखी के त्योहार( Nibandh On Rakhi Festival) के बारे में बताया।

उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा और इस आर्टिकल में राखी के बारे में दी गई सारी जानकारी आपको अच्छी लगी होगी।

अगर यह आर्टिकल “RakshaBandhan Par Nibandh” आपको अच्छा लगा और इसमें दी गई जानकारी आपको पसंद आई तो आप इसे अपने मित्रों के साथ साथ अपने रिश्तेदारों और अपने सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें ताकि आप से जुड़े सभी व्यक्तियों को राखी के बारे में पता चल सके और वह राखी के महत्व को समझ सके।

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