AYUSH ARENA

GK Quiz Competition

दरोगा कैसे बने – योग्यता, हाइट, चयन, सैलरी, उम्र-सीमा, सिलेबस, तैयारी कैसे करें ?

दरोगा कैसे बने – अगर आपके भी मन में ये प्रश्न आता है तो आपको बिल्कुल भी परेशां होने कि जरूरत नही है क्यूंकि हमने इस आर्टिकल में पूरे विस्तार से बताया है कि आप दरोगा कैसे बन सकते है और दरोगा बनने के लिए क्या करना पड़ता है |-

Advertisement

इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि –

  • दरोगा कैसे बने ?
  • दरोगा का क्या कार्य होता है ?
  • दरोगा बनने के लिए क्या योग्यता चाहिए ?
  • दरोगा के लिए उम्र-सीमा क्या होनी चाहिए ?
  • दरोगा बनने के लिए हाइट और चेस्ट कितनी चाहिए ?
  • दरोगा परीक्षा पैटर्न क्या है ?
  • दरोगा लिखित परीक्षा का सिलेबस क्या है ?
  • दरोगा इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट कैसे होता है ?
  • दरोगा की सैलरी कितनी होती है ?
  • दरोगा बनने की तैयारी कैसे करें ?

इसके अलावा और भी महत्वपूर्ण जानकारी जिसे पढ़ कर आपको पूरी तरह समझ आ जाएगा कि दरोगा कैसे बने (Daroga kaise bane), आप इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढिएगा |

गांव में कोई व्यक्ति खाकी रंग और थ्री स्टार के साथ आ जाये तो गांव वाले उसे देखकर बोलते है कि और थानेदार साहब कैसे आना हुआ ?

गांव वाले के सम्मान से थानेदार साहब फुले नही सामाते । भाई इस सम्मान के लिए थानेदार ने एड़ी का जोर लगाकर मेहनत की हैं, अब फल खाने का वक्त है तो थानेदार फल तो खाएंगे ही।

आज के गला काट प्रतिस्पर्धा में दरोगा बनने के लिए परिश्रम और स्मार्ट वर्क की जरुरत पड़ती है क्योंकि एक वैकेंसी पर 1000 लोग कॉम्पिटिशन में खड़े रहते है कोई एकाध व्यक्ति ही गिरते- पड़ते पहुचता हैं।

दरोगा शब्द की उत्पत्ति कहाँ से हुई है ?

दरोगा शब्द उर्दू के दरोंघा से हुआ है जिसका अर्थ है गुलामो का अधीक्षक । दरोंघा शब्द का यूज मुगल काल में खूब होता था । मुगल काल मे गुलामो की देख – रेख के लिए दरोघा को अप्पोइंट किया जाता था। उनके परफॉर्मेंस के आधार पर उनके वेतन में वृद्धि और साथ ही साथ प्रमोशन होता था।

यदि कोई दरोंघा मुगल कानून के नियमो के विरुद्ध कार्य करता था तो उसका डिमोशन हो जाता था।

दरोगा का पद क्या होता है ?

पुलिस विभाग में दरोगा को एसआई या सब इंस्पेक्टर या थानेदार कहते हैं। यह पद कई कर्तव्यों और वचनों से बंधा होता है जिसमे ईमानदारी और जिम्मेदारी होती हैं।यह पद लोगो की सेवा के लिए हैं।

दरोगा को अपने रेस्पोंसबिलिटी को निभाने से कभी नही चूकना चाहिए। गांव समाज मे लोगो का विश्वास थाने – चौकी पर ही होता हैं।और थाने चौकी का इंचार्ज दरोगा होता हैं। दरोगा का कोई भी कार्य व्यक्तिगत नही होता है । अपितु वह जो भी कार्य करेगा उसका प्रभाव आस – पास के गांव पर भी पड़ेगा।

दरोगा बनने की योग्यता क्या है – उम्र-सीमा

दरोगा बन्ने के लिए योग्यताएँ निम्न है –

  1. भारत का नागरिक हो अर्थात संविधान बनने के बाद उसके दादा – दादी का जन्म भारत मे हुआ हो और उसका जन्म भी भारत के किसी प्रान्त में हुआ हो
  2. पागल दिवालिया न हो अर्थात दिमाक से पैदल न हो।
  3. उसकी उम्र न्यूनतम 21 वर्ष और अधिकतम 28 वर्ष होनी चाहिए।ओबीसी और एससी और एसटी को उम्र में छूट दी गयी है ।उम्र की छूट अधिकतम 5 वर्ष हैं
  4. किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन होना चाहिए।
Daroga banne ke liye kya kare
Daroga banne ke liye kya kare ?

दरोगा बनने के लिए रिक्वायरमेंट क्या है – दरोगा कैसे बने ?

समय – समय पर पुलिस विभाग से दरोगा की भर्ती निकलती रहती हैं।आपको सबसे पहले दरोगा का फार्म फिलअप करना हैं।

फॉर्म फिलअप करने के कुछ महीने बाद आपका एग्जाम होगा ।

एग्जाम में लिखित परीक्षा होगी । लिखित परीक्षा पास होने के बाद आपका फिजिकल टेस्ट होगा । फिजिकल टेस्ट पास होने के बाद इंटरव्यू होगा और इंटरव्यू होने के बाद आपका मेडिकल होगा।

अब सब कुछ अपने अच्छी तरह से क्लियर कर लिया तो आप एक दरोगा बन जाएँगे |

दरोगा में लिखित परीक्षा का सिलेबस क्या है ?:

परीक्षा में मैथ, रिजनिंग ,हिंदी और जीएस पूंछा जाता हैं।

मैथ में कौन – कौन सा टॉपिक है ?-

  • नम्बर सिस्टम
  • सिम्पलीफिकेशन
  • एवरेज
  •  रेशियो एंड परपोशनल
  • प्रॉफिट एंड लॉस
  • सिंपल इंटेरेस्ट एंड कंपाउंड इंटेरेस्ट
  • परसेंटेज
  • ट्रिग्नोमेट्री
  • बीजगणित
  • पाई एंड चार्ट
  • मेंसुरेशन
  • टाइम एंड वर्क

रिजनिंग के टॉपिक कौन – कौन सा है ?

  • कोडिंग एंड डिकोडिंग
  • ब्लड रिलेशन
  • डाइस
  • सीरीज
  • कैलेंडर
  • दिशा परीक्षण
  • अनलोजी
  • सिलोलिज्म
  • वेन आरेख

जीएस का टॉपिक कौन – कौन से है ?

  • हिस्ट्री – प्राचीन से भारत के आजादी तक का इतिहास।
  • अर्थव्यवस्था – भारतीय एंड वर्ल्ड इकोनॉमिक्स
  • राजव्यवस्था – भारत एवं वर्ल्ड राजव्यवस्था
  • भूगोल – भारत का एवं विश्व का भूगोल
  • विज्ञान – फीजिक्स ,केमिस्ट्री एंड बायोलॉजी
  • करेंट अफेयर्स – राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटना ,चर्चित व्यक्ति और महत्वपूर्ण स्थल

हिंदी का टॉपिक कौन – कौन से है ?

  • पैसेज
  • पर्यायवाची
  • विलोम शब्द
  • अनेक शब्दो के लिए एक शब्द
  • समास
  •  सन्धि
  •  पार्ट्स ऑफ स्पीच

दरोगा बनने के लिए हाइट और चेस्ट –

पुरुष का औसत वजन 50 kg और हाइट 168 सेमी और चेस्ट नॉर्मल 79 cm और फूलने के बाद 84 cm

जनरल ,ओबीसी और एससी की हाइट 168 होनी चाहिए और एसटी कैंडिडेट की हाइट 162 सेमी होनी चाहिए और एसटी कैंडिडेट का चेस्ट 77 cm नॉर्मल और फूलने के बाद 82 cm होना चाहिए।

महिला का औसत वजन 40 kg और हाइट 160 cm होबा चाहिए | एसटी कैंडिडेट महिला की हाइट 152 cm होना चाहिए।

दरोगा का इंटरव्यू कैसे होता है ?

बेसिकली इंटरव्यू में पर्सनालिटी टेस्ट और कम्युनिकेशन स्किल का टेस्ट होगा।

आप से आईपीसी और कांस्टीट्यूशन के विषय मे सवाल भर-भर के पूंछा जाएगा। जैसे – धारा 497 का मामला आता है तो आप उसे कैसे हैंडल करेंगे। लेकिन इसके लिए आपको धारा 497 के विषय मे जानकारी भी होनी चाहिए।

ये सब तो पुराने मुद्दे है इसके लिए आपको प्रॉपर गाइडेन्स की आवश्यकता होती हैं। ये सब गाइडेन्स आपको किसी कोचिंग इंस्टिट्यूट से मॉक इंटरव्यू देकर हासिल होगा।

वर्तमान के घटनायें जो चर्चित में रहे उनसे जुड़े सवाल भी आपसे पूछे जा सकते है |

नोट – सभी राज्यों में इंटरव्यू नही होता है, आप किस राज्य से है कमेंट कर जरुर बताइए –

दरोगा का मेडिकल कैसे होता है ?

मेडिकल में आपका कलर ब्लाइंडनेस, आनुवंशिक बीमारियों की जांच की जाती है जैसे – दमा की बीमारी, डायबिटीज आदि।

शरीर का बॉडी मास इंडेक्स भी चेक होता हैं और ये भी चेक किया जाता है कि आपको कोई खतरनाक बीमारी न हो और आप मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ हो |

दरोगा की नियुक्ति के बाद काम क्या होता है ?

दरोगा की जब नियुक्ति किसी गांव कस्बे के थाने में की जाती है तो दरोगा का कर्तव्य बन जाता है कि उस गांव से आने वाले मामले जैसे लड़ाई – झगड़ा, मर्डर केस की न्यूट्रल जांच करे।

जांच की गई रिपोर्ट को डिप्टी एसपी को सब्मिट करे, वही उसका ड्यूटी हैं। जाति, धर्म ,क्षेत्र ,वंश और नस्ल की भावना त्यागकर ड्यूटी
करनी चाहिए।

यदि इन रोगों से ग्रसित रहोगो तो न्याय नही कर पाओगे।जब वंचित व्यक्ति के साथ न्याय नही होगा तो आपके ड्यूटी का कोई मतलब ही नही रह जायेगा।इसीलिए राग – द्वेष की भावना को त्यागकर ड्यूटी करना हैं।

दरोगा की सैलरी क्या है ?

दरोगा की वर्तमान सैलरी 50 हजार रुपये से लेकर 60 हजार रुपये तक हैं।

सैलरी इस बात पर डिपेंड करती है कि उसने कितनी निष्ठा से कार्य किया है और परफॉर्मेंस इंडेक्स में उसका स्थान कौन सा हैं। सैलरी अलग – अलग राज्यो की अलग हो सकती हैं ।

यही नियम भत्ते और पेंशन पर भी लागोक होता हैं। सब राज्यो के अलग – अलग नियम है वेतन व भत्तों से सम्बंधित।

दरोगा बनने की तैयारी कैसे करें ?

अगर आप भी दरोगा बनने का अपना सपना पूरा करना चाहते है तो ये सिर्फ और सिर्फ आपके उपर ही निर्भर करता है |

अगर आप एक बार ठान लेंगे तो आप जरुर दरोगा बन सकते है , उसके लिए आपको अच्छी तरह से सही दिशा में मेहनत करने की जरुरत होगी , आपको अपनी रनिंग और लिखित परीक्षा के लिए पूरी जान लगनी होगी |

उसके अलावा कुछ राज्यों में दौड़ के अलावा ऊँची-कूद और लम्बी-कूद भी होती है तो आपको अपने राज्य के अनुसार उसकी भी तैयारी करनी होगी |

अगर आप दरोगा की अच्छी तैयारी करना चाहते है तो हमने सिलेबस में जो भी बताया है उन सभी टॉपिक्स को अच्छी तरह कवर कर लें और रेगुलर प्रक्टिस करते रहिये |

प्रक्टिस करते समय आपको टाइम मैनेजमेंट का भी ध्यान रखना होगा जिससे आप निर्धारित समय में ही सभी प्रश्नों का हल कर सके और आपको जिस भी टॉपिक या प्रश्न में प्रॉब्लम आ ऋ हो उसे अच्छी तरह से पढ़े और अपना कांसेप्ट क्लियर करें |

प्रीवियस इयर पेपर को जरुर हल करे इससे आपको काफी मदद मिलेगी |

दरोगा का प्रमोशन कैसे होता है ?

प्रमोशन के लिए अपने ड्यूटी को पूरी ईमानदारी से निभाना पड़ेगा तभी आप प्रमोशन पाएंगे।

यदि आपका प्रमोशन होता है तो आप सब इंस्पेक्टर से इंस्पेक्टर बनेंगें। यदि आपका ट्रैक रिकार्ड ईमानदारी के पन्नो से भरा रहेगा तो आप डिप्टी एसपी भी बन जाएंगे लेकिन इसके लिए एड़ी का जोर लगाना पड़ेगा।

यदि परफॉर्मेंस अच्छा नही रहता है तो आपका प्रमोशन नही होगा।आप उसी पद पर रहते-रहते रिटायर हो जाएंगे।

लेकिन यदि आप भ्र्ष्टाचार में संलिप्त रहते है तो आपका डिमोशन भी हो जाएगा।

अभी हालिया में बिहार में एक ऐसी घटना घटी है ।वहाँ के डिप्टी एसपी का डिमोशन हो गया जिसके परिणामस्वरूप वह डिप्टी एसपी से दरोगा बन गया ।उसकी गलती इतनी सी थी कि उसने अपने ड्यूटी को चंद ठेकेदार के हांथो गिरवी रख दिया।वह पैसे की लालच में ऐसा डूबा की अब वह घर का न रहा और न ही घाट का।

दरोगा के वर्दी के रंग और स्टार :

दरोगा के वर्दी का रंग खाकी होता है ।

दरोगा के वर्दी का रंग सर से लेकर पांव तक खाकी होता हैं और स्टार थ्री स्टार होते हैं।

हम सब थ्री स्टार के माध्यम से ही जान पाते है कि यह व्यक्ति दरोगा है । उसके आगमन से सबकी सीटी – पीटी गुल हो जाती है । मानो ऐसा लगता है कि जैसे सबको सांप सूंघ गया हो।

भाई इस वर्दी में जो पावर होती है उसकी व्याख्या वर्दी पहनने वाला व्यक्ति ही कर सकता हैं।

दरोगा को अलग – अलग राज्यो में किस शब्द से सम्बोधित किया जाता है :

उतर प्रदेश ,बिहार ,छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में दरोगा को थानेदार ,सब इंस्पेक्टर के नाम से पुकारा जाता हैं।

उत्तर – प्रदेश के पुर्वांचल वाले जिले – सुल्तानपुर, फैजाबाद, गोरखपुर, बहराइच, गोंडा जिले में दरोगा शब्द को लोग बड़ा मान सम्मान देते हैं।इस शब्द के उच्चारण मात्र से ही लोग खुश हो जाते है।

निष्कर्ष – दरोगा कैसे बने ?

दोस्तों  इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि दरोगा कैसे बने , मुझे उम्मीद है कि इस आर्टिकल से आपको बहुत कुछ जानने को मिला होगा |

अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आई तो कमेंट कर के जरुर बताये और जायदा जानकारी के लिए हमारे होम पेज पर जाएँ-

इस आर्टिकल को अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरुर शेयर करें –

ज्यादा जानने के लिए – होम पेज पर जाएँ 

1 thought on “दरोगा कैसे बने – योग्यता, हाइट, चयन, सैलरी, उम्र-सीमा, सिलेबस, तैयारी कैसे करें ?”

Leave a Comment