MBA full form in Hindi-MBA kya hai – MBA Course details in hindi –
आज की इस आर्टिकल में आपको एमबीए कोर्स की पूरी जानकारी मिलेगी जैसे कि –
- MBA full form in Hindi
- MBA kya hai,
- एमबीए कौन कर सकता है,
- इसे करने के लिए कितनी फीस लगती है,
- एमबीए करने के बाद कौन सी job लगती है और
- कितनी सैलरी मिलती है आदि MBA से जुड़ी विस्तृत जानकारी के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
MBA Full Form
MBA का Full Form होता है Master of Business Administration.
MBA full form in Hindi
MBA full form in Hindi होता है – व्यवसाय प्रबंधन में स्नाकोतार यानी की पोस्ट ग्रेजुएशन
एमबीए कौन सी पढ़ाई होती है?
एमबीए Business administration और investment management के क्षेत्र में परास्नातक (Post graduation) के
डिग्री की पढ़ाई होती है। इसे साधारणतया ग्रेजुएशन के बाद किया जा सकता है।
MBA कितने साल का कोर्स होता है?
किसी भी सामान्य परास्नातक (Post Graduate) कोर्स के तरह MBA का कोर्स भी पूरे 2 साल का होता है।
MBA Course in Hindi – Video
एमबीए कितने प्रकार का होता है?
भारत में मुख्यता 6 प्रकार के एमबीए के कोर्स उपलब्ध हैं।
इन सभी कोर्सेज में मैनेजमेंट की पढ़ाई होती है, लेकिन सबका सिलेबस एक दूसरे से थोड़ा अलग होता है।
एमबीए कोर्सेज के नाम इस प्रकार से हैं –
- Full-time MBA
- Distance MBA
- One-year Full time MBA
- One-year Part time MBA(Executive MBA)
- Online MBA
- MBA integrated course
आइए अब एक-एक करके इनके बारे मे जानते हैं –
Full-time MBA
Full-time MBA दो वर्ष का डिग्री कोर्स होता है। इस पढ़ाई को करने के लिए आपको रोज़(regular) कॉलेज जाना होता है।
Distance MBA
जो लोग काम की वजह से रोज़ क्लास करने नहीं जा सकते, उनके लिए Distance एमबीए होता है।
यह कोर्स 2 साल का होता है जो Post graduation की डिग्री देता है।
One-year Full time MBA
जैसा कि नाम से ही पता चल रहा, यह कोर्स लगभग 1 साल का होता है। इस कोर्स को करने के लिए भी आपके पास कुछ सालों का work experience होना चाहिए।
Executive MBA(EMBA)/ One year Part time MBA
EMBA 12 से 15 महीने का कोर्स होता है।
यह विशेषकर ऐसे व्यक्तियों को ध्यान में रखकर बनाया गया है जिनकी रुचि बिजनेस में हो और जिनके पास work experience हो।
इसमें क्लास की टाइमिंग छुट्टियों के दिन या सप्ताह के अंतिम दिन होती है ताकि विद्यार्थी समय पर क्लास कर सके।
Online MBA
Online MBA का कोर्स अलग-अलग वेबसाइट पर 1 से 4 साल के बीच का होता है। इसमें पूरी पढ़ाई घर बैठे ऑनलाइन होती है।
इस कोर्स के दौरान विद्यार्थी को recorded videos और online classes के जरिए एमबीए की जानकारी दी जाती है।
MBA integrated course
यह 5 साल का एमबीए का कोर्स है। इसे 12th के बाद किया जाता है।
इसमें BBA और MBA दोनों की जानकारी एक साथ दी जाती है।
NOTE – इस आर्टिकल में हम केवल साधारण एमबीए (Full time MBA) की जानकारी देंगे।
एमबीए के लिए योग्यता (Educational Qualifications)
MBA में एडमिशन पाने के लिए किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन में आपके कम से कम 50% अंक होने चाहिए।
IIM जैसे टॉप इंस्टिट्यूट में एडमिशन पाने के लिए ग्रेजुएशन में कम से कम 60% अंक का होना आवश्यक है।
कुछ एमबीए कॉलेज में SC, ST और OBC कैटेगरी को 5% अंकों की राहत मिल जाती है।
इसके अलावा, कुछ इंस्टिट्यूट में 4 साल के ग्रेजुएशन को मांगा जाता है। ऐसे इंस्टिट्यूट 3 साल वाले ग्रैजुएट व्यक्ति का एडमिशन नहीं लेते हैं।
MBA कोर्स में admission कैसे लें?
किसी भी 2 साल वाले MBA कोर्स में admission लेने के लिए आपके पास ऊपर बताई गई Educational Qualifications का होना अनिवार्य है।
इसके बाद आपको Entrance Exam देने के लिए एप्लीकेशन फॉर्म भरना होता है। एप्लीकेशन फीस की कीमत 1500 से 2500 रूपए के आसपास होती है।
इसके बाद, MBA कोर्स में admission लेने की प्रक्रिया इस प्रकार से है –
- Entrance Exam
- Written Ability Test(WAT)
- Group Discussion(GD)
- Personal Interview(PI)
कुछ कॉलेजों में इनमें से केवल 3 चरण ही होते हैं। जैसे – Entrance Exam, Written Ability Test (WAT) और Personal Interview(PI).
जबकि कुछ कॉलेजों में इनमें से केवल 2 चरण की ही प्रक्रिया होती है। जैसे – Entrance Exam और Group Interview.
इसके अलावा, कुछ कॉलेजों में इन चरणों के अलावा विद्यार्थी का work experience भी देखा जाता है।
जिस विद्यार्थी के पास 2 से 5 साल का work experience होता है, उसे अधिक महत्त्व दिया जाता है।
1. प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam)
इंडिया में एमबीए में एडमिशन के लिए बहुत सारे entrance exam उपलब्ध हैं जिनमें से कुछ प्रमुख exams के नाम इस प्रकार से हैं-
- CAT
- MAT
- GMAT
- ATMA
- NMAT
- XAT
- CMAT
- IIFT
- IBSAT
इनमें से कुछ entrance exam अधिकतर कॉलेजों में एडमिशन पाने के लिए मान्य हैं जबकि कुछ entrance exam केवल कुछ खास कॉलेजों में ही एडमिशन के लिए मान्य हैं।
Advise – अगर आप ढेर सारे एंट्रेंस एग्जाम नहीं देना चाहते हैं तो केवल GMAT और CAT का एग्जाम दे सकते हैं क्योंकि बहुत से कॉलेज इन दोनों को मान्य करते हैं।
2. Written Ability Test (WAT)
यह एग्जाम 15 से 30 मिनट का होता है जिसमें आपको कागज और पेन दिया जाता और वर्तमान का कोई टॉपिक दिया जाता है, जिस पर विद्यार्थी को अपने नॉलेज के अनुसार लिखना होता है।
इस टेस्ट के जरिए आपके लिखने के तरीके, लिखते वक्त सही शब्दों के चुनाव, लिखने में सही व्याकरण का इस्तेमाल किया है या नहीं आदि का परीक्षण किया जाता है।
कुछ कॉलेज या इंस्टिट्यूट में किसी विशेष टॉपिक पर लेख लिखने को भी दे दिया जाता है।
3. Group Discussion (GD)
यह टेस्ट कम्युनिकेशन स्किल्स और किसी टॉपिक पर विद्यार्थी के नज़रिए को जांचने के लिए होता है।
इसमें आपको अन्य विद्यार्थियों के साथ बैठा कर कोई टॉपिक दिया जाता है। उसी टॉपिक पर बात-चीत करनी होती है और सही तरीके से अपना point of view रखना होता है
4. Personal Interview (PI)
जैसा कि नाम से ही पता चल रहा इसमें विद्यार्थी का इन्टरव्यू लिया जाता है।
इन्टरव्यू में पर्सनल लाइफ से जुड़े सवाल पूछने के अलावा पढ़ाई और जनरल नॉलेज से जुड़े प्रश्न भी पूछे जाते हैं।
5. Final selection / Screening Process
जैसा कि हमने पहले ही बताया, सभी कालेजों का selection process अलग-अलग होता है। इसलिए यहां हम औसत selection process की बात करेंगे।
ऊपर बताए गए सभी एग्जाम और टेस्ट के score के अलावा विद्यार्थी के ग्रैजुएशन के मार्क्स और work experience को ध्यान में रखते हुए ऐडमिशन दिया जाता है।
MBA admission without Entrance Exam
टॉप 100 एमबीए कॉलेजों के बाद ऐसे बहुत से कॉलेज हैं, जो बिना entrance exam लिए ही विद्यार्थी को डायरेक्ट एडमिशन दे देते हैं।
ऐसे कॉलेज में फीस भी बहुत कम लगती है। 1 लाख के भीतर ही एमबीए कोर्स में एडमिशन मिल जाता है।
ये कॉलेज आपको एमबीए की डिग्री दे सकते हैं।
अगर आपके लिए सिर्फ MBA की डिग्री मायने रखती है और मैनेजमेंट के क्षेत्र में करियर नहीं बनाना तो आप ऐसे कॉलेजों में एडमिशन ले सकते हैं।
MBA का Syllabus क्या होता है ?
एमबीए कोर्स में कुल 4 सेमेस्टर की पढ़ाई होती है। यानि 1 साल में 2 सेमेस्टर होते हैं। प्रत्येक सेमेस्टर के अंत में परीक्षा होती है।
MBA के शुरुआती 3 सेमेस्टर में पढ़ाई होती है और चौथे सेमेस्टर में विद्यार्थी को इंटर्नशिप प्रोजेक्ट्स दिए जाते हैं जिसे पूरा करने के लिए बड़ी कम्पनियों में काम करना होता है।
MBA 1st Semester subjects
- Corporate Social Responsibility
- Microeconomics
- Principles of Marketing Management
- Principles of Accounting
- Tools and Framework of Decision Making
- Quantitative Methods and Statistics
- Business Communication and Soft Skills
- Organizational Behaviour 1
MBA 2nd Semester subjects
- Macroeconomics
- Business Law
- Operations Management
- Optimization and Project Research
- Corporate Finance
- Project Management
- Marketing Management
- Organizational Behavior 2
MBA 3rd Semester subjects
- Supply Chain Management
- Financial Modeling
- Strategic Management
- Business Intelligence
- Marketing Research
- Managerial Economics
- Corporate Governance and Business Ethics
- Corporate Finance 2
MBA 4th Semester
4th Semester में कोई special subjects नहीं होते हैं। इसमें इंटर्नशिप से जुड़े projects करने होते हैं।
एमबीए करने में कितना पैसा लगता है – MBA Course Fees Hindi
अलग-अलग इंस्टिट्यूट में mba की फीस अलग-अलग होती है।
प्राईवेट कॉलेज में एमबीए की औसत फीस लगभग 2 लाख से 20 लाख तक होती है।
सरकारी कॉलेज में MBA की फीस 1 लाख से 1.5 लाख के आसपास होती है।
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MBA Best college in India
इंडिया में एमबीए कोर्स के लिए प्राइवेट और सरकारी दोनों तरह के कॉलेज उपलब्ध हैं। नीच हमने कुछ best सरकारी और प्राईवेट colleges के नाम बताए हैं।
Best MBA Government Colleges in India
- IIM Ahmedabad – Indian Institute of Management
- IIM Bangalore – Indian Institute of Management
- IIM Indore – Indian Institute of Management
- IIM Calcutta – Indian Institute of Management
- FMS Delhi
- IIM Kozhikode – Indian Institute of Management
- IIM Lucknow – Indian Institute of Management
- NITIE Mumbai – National Institute of Industrial Engineering
- SJMSOM IIT Bombay
- DMS IIT Delhi
- VGSOM IIT Kharagpur
- IIM Tiruchirappalli – Indian Institute of Management
- DoMS IIT Madras
Best Private MBA colleges in India
- XLRI Xavier School of Management, Jamshedpur
- MDI Gurgaon
- NITIE Mumbai
- SPJIMR, Mumbai
- SIBM Pune
- Great Lakes Institute of Management, Chennai
- NMIMS School of Business Management, Mumbai
- ICFAI Business School (IBS), Hyderabad
- IIFT Delhi
- TAPMI, Manipal
एमबीए के बाद क्या करें?
एमबीए के बाद तीन चीजें कर सकते हैं –
- Courses
- Job
- Business
1. Courses after MBA
एमबीए के बाद अन्य Courses इसलिए करने चाहिए ताकि आप अपने साथ वाले एमबीए विद्यार्थियों से आगे निकल सकें और आपको बड़ी कम्पनी में ज्यादा अच्छी जॉब मिल सके।
MBA के बाद किए जा सकने वाले कुछ courses के नाम इस प्रकार से हैं –
- CBA/AMPBA (Advanced management programme in business analytics)
- CFA (Field – Finance)
- FRM (Field – Risk management)
- CISA (Field – Auditing)
- CRMA (Field – Risk Management)
- CPIM (Field – Supply chain)
- SAP course
- PGDCA
- Society for Human Resource Management
- Inbound Marketing Certification Course
- PhD in Management
2. Career opportunities after MBA
एमबीए करने के बाद, आपको आपकी योग्यता और फील्ड स्पेशलाइजेशन के आधार पर इन posts पर नौकरी मिल सकती है-
- Marketing Manager
- Sales Manager
- HR Manager
- Finance Advisor
- Business Analyst
- Investment Banker
- Business Development Manager
- Project Manager
- Chief Technology Officer
- Business Consultant
- Business / Entrepreneurship
अगर आपके पास बिजनेस शुरू करने का कोई बेहतरीन idea है तो एमबीए के बाद आप अपना खुद का बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
अगर बिजनेस शुरू करने के लिए आपके पास पैसे नहीं हैं तो आप लोन ले सकते हैं।
MBA के बाद सैलरी कितनी मिलती है ?
एमबीए के बाद सैलरी पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करती है कि आपको किस post पर जॉब मिली है, आपको कोई work experience है या नहीं और आप किस कंपनी में काम कर रहे हैं।
बिना work experience के शुरुआती दौर में सैलरी कम ही मिलती है। पर work experience बढ़ने के साथ ही सैलरी अच्छी-खासी हो जाती है।
अलग-अलग पोस्ट के आधार पर औसत सैलरी इस प्रकार से है –
- HR Manager – 7.2 लाख प्रतिवर्ष
- Marketing Manager – 8.4 लाख प्रतिवर्ष
- Operations Manager – 7.6 लाख प्रतिवर्ष
- Financial Analyst – 4.6 लाख प्रतिवर्ष
- Senior Business Analyst – 9.6 लाख प्रतिवर्ष
एमबीए करने का क्या फायदा है?
एक ऐसा विद्यार्थी जो मैनेजमेंट के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहता हो, उसके लिए एमबीए से ज्यादा फायदेमंद कुछ भी नहीं है।
एमबीए बिजनेस और मैनेजमेंट के क्षेत्र में प्रोफेशनल डिग्री प्रदान करता है जिसके वजह से बड़ी-बड़ी कम्पनियों में काम करने के रास्ते खुल जाते हैं।
बड़ी कम्पनियों में काम करने का साफ मतलब है, अच्छा पैकेज/सैलरी। एक बड़ी कम्पनी में सम्मानित नौकरी और अच्छी तनख्वाह के अलावा एमबीए कोर्स करने के अनेक फायदे हैं। जैसे –
एमबीए कोर्स में विद्यार्थी के Management Skills और leadership skills को विकसित किया जाता है।
बिजनेस के क्षेत्र में आए दिन बदलावों को समझ कर.. उसे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने की तकनीक भी एमबीए में सिखाई जाती है |
इन सब के अलावा एमबीए कोर्स में मार्केट की पूरी नॉलेज दी जाती है, जिसके आधार पर विद्यार्थी अपना खुद का बिजनेस शुरू करके entrepreneur भी बन सकता है।
निष्कर्ष – MBA kya hai – MBA full form in Hindi
MBA मैनेजमेंट के क्षेत्र में मिलने वाली प्रोफेशनल डिग्री है।
इसे बारहवीं और ग्रेजुएशन दोनों के बाद किया जा सकता है।
इसकी औसत फीस 2 लाख से 20 लाख रूपए है।
इसे करने के बाद mostly मैनेजर के Post पर जॉब मिलती है जिसकी सैलरी औसतन 5 लाख से 10 लाख रूपए प्रति वर्ष होती है।
हमें आशा है कि हमारे इस आर्टिकल “MBA kya hai” के माध्यम से आपकी एमबीए से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी मिली होगी।
अगर अभी भी आपके मन में MBA course से जुड़ा कोई सवाल हो तो कमेंट करके पूछें।
दोस्तों हमने आपको इस आर्टिकल “MBA full form in Hindi” में mba course के बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिश की है , आप कमेंट कर के बताइए कि आपको ये आर्टिकल कैसा लगा , ज्यादा जानकारी के लिए हमारे होम पेज पर जाएँ –