BAMS course kya hai – आज का ये आर्टिकल उन लोगो के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है जो BAMS कोर्स की पूरी जानकारी पाना चाहते है |
इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि BAMS course kya hai, BAMS full form, कोर्स अवधि, BAMS कोर्स फीस एवं B.A.M.S. course से जुड़ीं अन्य details और साथ ही इस कोर्स के बाद की career opportunities के बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है।
इसलिए अगर आप बीएएमएस कोर्स से जुड़ी सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो इस आर्टिकल को अंतिम तक अवश्य पढ़ें।
Full form of BAMS course
BAMS का full form है – “Bachelor of Ayurveda, Medicine and Surgery”.
यह एक डिग्री कोर्स है जिसे आप क्लास 12th के बाद कर सकते है |
BAMS course kya hota hai ?
जैसा कि नाम से ही पता चल रहा, BAMS course आयुर्वेद और मॉडर्न साइंस पर आधारित स्नातक पाठ्यक्रम है।
इसमें विद्यार्थी को अष्टांग आयुर्वेद की पूरी जानकारी विस्तार से दी जाती है।
बीएएमएस कोर्स करने के बाद विद्यार्थी को “आयुर्वेदाचार्य” की डिग्री से सम्मानित किया जाता है जिसके बाद विद्यार्थी आयुर्वेदिक डॉक्टर बन जाता है।
B.A.M.S. Course duration – BAMS कितने साल का कोर्स है ?
अगर आपके मन में यह सवाल उठ रहा कि BAMS कितने साल का कोर्स है तो हम आपको बता दें, कई कॉलेजों में BAMS कोर्स 5 साल का होता है जबकि कई कॉलेजों में यह साढ़े पांच साल (5 and half year) या 4 साल 6 महीने या 6 साल 9 महीने का होता है।
बात अगर औसत अवधि की करें तो B.A.M.S. की year duration साढ़े 5 साल होती है। इसमें डेढ़-डेढ़ साल के 3 Professional Year होते हैं और एक साल का 4th Professional Year अलग होता है।
शुरुआती 3 Professional Years में कोर्स का पाठ्यक्रम पढ़ाया जाता है। जबकि 4th Professional Year में इंटर्नशिप होती है।
BAMS course के लिए योग्यता –
- India के कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में B.A.M.S. कोर्स में एडमिशन पाने के लिए आपके पास नीचे बताई गई qualifications होनी चाहिए।
- विद्यार्थी के 12th में फिजिक्स केमेस्ट्री और बायोलॉजी सब्जेक्ट होने चाहिए।
- विद्यार्थी के 12th में 50% से 60% marks होने चाहिए। अलग-अलग कॉलेज में ये marks अलग-अलग हो सकते हैं।
- इसके अलावा एडमिशन के वक्त विद्यार्थी की उम्र कम से कम 17 साल पूरी हो चुकी हो। वैसे सभी कॉलेजों में age criteria निश्चित नहीं होता है।
BAMS admission process is Hindi
अगर आप ऊपर बताए गए qualification और eligibility criteria पर खड़े उतरते हैं तो बीएएमएस कोर्स में admission पाने का आपका अगला स्टेप है B.A.M.S. entrance exam.
बीएएमएस कोर्स में admission पाने के लिए पूरे भारत में जो entrance exam प्रसिद्ध और मान्य है, उसका नाम है NEET.
National Eligibility Entrance Test यानी NEET के जरिए बीएएमएस सहित भारत के अन्य कई सारे मेडिकल कोर्स में से किसी एक कोर्स में एडमिशन लिया जा सकता है।
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इसके अलावा, बीएएमएस कोर्स में admission के लिए राज्य और यूनिवर्सिटी स्तर पर भी प्रवेश परीक्षाएं होती हैं।
जैसे –
- केरल में KEAM नामक प्रवेश परीक्षा
- उड़ीसा में OJEE नामक प्रवेश परीक्षा
- गोवा में GCET नामक प्रवेश परीक्षा
- भारती विद्यापीठ university में BVP-CET नामक प्रवेश परीक्षा
- इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी में IPU-CET
Entrance exam के marks के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है और इसी मेरिट लिस्ट के आधार पर विद्यार्थी किसी भी मेडिकल कोर्स में एडमिशन ले सकता है।
जिन विद्यार्थियों के entrance exam में ज्यादा marks आते हैं उन्हें अपना मनचाहा मेडिकल कोर्स मिल जाता है।
कुछ कॉलेजों में admission से पहले विद्यार्थी का छोटा सा इंटरव्यू भी लिया जाता है।
इसके अलावा, बिना entrance exam के भी बीएएमएस कोर्स में admission होता है, जिसके बारे में नीचे article के FAQs सेक्शन में बताया गया है।
NEET exam के बारे में संक्षिप्त जानकारी
NEET exam में फिजिक्स से 45 प्रश्न, केमेस्ट्री से 45 प्रश्न और बायोलॉजी से 90 प्रश्न अर्थात् कुल 180 बहुविकल्पीय
प्रश्न पूछे जाते हैं।
इस exam को आप हिंदी, अंग्रेजी सहित अन्य कई भाषाओं में दे सकते हैं।
यह exam कुल 3 घंटे का होता है और ऑफलाइन मोड में होता है यानी ऐसे विद्यार्थी जिनको कंप्यूटर पर exam देने
की जानकारी नहीं है, वे भी इस परीक्षा को आराम से दे सकते हैं।
इस exam के एप्लीकेशन फॉर्म की फीस अलग-अलग आरक्षित और अनारक्षित जाति या वर्ग के आधार पर 800 से
1500 रुपए है।
BAMS Course की fees कितनी है ?
सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में बीएएमएस कोर्स की फीस में जमीन और आसमान का फर्क होता है।
बात अगर औसत फीस की हो तो, B.A.M.S. कोर्स की fees 25,000 से 3,20,000 रुपए प्रतिवर्ष होती है।
कुछ सरकारी कोल्ल्गे में फीस और भी कम होती है |
इसे भी पढ़े – BAMS कोर्स की फीस जानें ?
B.A.M.S. syllabus & subjects in Hindi – BAMS में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते है ?
भारत के सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में B.A.M.S. का syllabus एक ही है।
यहां हमने B.A.M.S. कोर्स के चार professional years में विद्यार्थी को किन subjects को पढ़ना होता है, उसके बारे में जानकारी दी है।
प्रत्येक सब्जेक्ट में 1 या 2 पेपर होते हैं।
B.A.M.S. 1st professional year subjects
- पदार्थ विज्ञान एवं आयुर्वेद इतिहास
- संस्कृत
- क्रिया शरीर
- रचना शरीर
- मौलिक सिद्धांत एवं अष्टांग हृदय
B.A.M.S. 2nd professional year subjects
- द्रव्यगुण विज्ञान
- रोग निदान
- रसशास्त्र
- चरक संहिता
B.A.M.S. 3rd professional year subjects
- अगदतंत्र
- स्वास्थवृत्ता
- प्रसूति तंत्र एवम स्त्री रोग
- कौमारभृत्य परिचय
- चरक संहिता
B.A.M.S. 4th professional year subjects
- कायाचिकित्सा
- पंचकर्म
- शल्य तंत्र
- शालाक्य तंत्र
- अनुसंधान पद्धति और चिकित्सा विज्ञान
BAMS Scope and Job opportunities
BAMS कोर्स का भविष्य में बहुत ज्यादा Scope है क्योंकि आजकल सभी लोग आयुर्वेद की तरफ खींचते चले जा रहे हैं।
इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि आजकल ज्यादातर कंपनियां आयुर्वेदिक और नेचुरल प्रोडक्ट को ही लॉन्च करती हैं।
इस कोर्स के बाद आप चाहें तो आगे अपनी पढ़ाई को एक स्तर और ऊंचा करने के लिए किसी Specialization कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं या जॉब कर सकते हैं।
बात अगर B.A.M.S. Course के बाद की Job opportunities की करें तो इस कोर्स के बाद व्यक्ति के लिए private और government jobs की भरमार है।
BAMS qualified व्यक्ति सरकारी या प्राइवेट हॉस्पिटल में डॉक्टर के पद पर काम कर सकता है।
डॉक्टर के अलावा, BAMS qualified व्यक्ति इन पदों पर काम कर सकता है –
- लेक्चरर
- थेरेपिस्ट
- फार्मासिस्ट
- जूनियर क्लिनिकल ट्रायल कोऑर्डिनेटर
- मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव
- रिसर्च असिस्टेंट
इसके अलावा, BAMS qualified उम्मीदवारों के लिए पतंजलि, डाबर, इमामी, हिमालया, वैद्य नाथ, हमदर्द जैसी बड़ी-बड़ी आयुर्वेदिक कंपनियों में वेकेंसी आती रहती है।
इन आयुर्वेदिक कंपनियों में काम करके आप 3 लाख से 15 लाख रुपए सालाना कमा सकते हैं।
बीएएमएस करने के फायदे – BAMS course kya hai
BAMS करने के दो मुख्य फायदे हैं – 1. कम फीस, 2. अच्छी जॉब और अच्छी सैलरी
ऐसे विद्यार्थी, जो आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण MBBS कोर्स में एडमिशन नहीं करा सकते, उनके लिए BAMS कोर्स किसी वरदान से कम नहीं है। क्योंकि MBBS की तुलना में B.A.M.S. कोर्स की फीस कम है।
इसके अलावा, B.A.M.S. कोर्स के बाद उम्मीदवार के पास प्राइवेट और government नौकरियों की भरमार है।
चाहे आप सरकारी अस्पताल में डॉक्टर के पद पर काम करें या किसी प्राइवेट आयुर्वेदिक कंपनी से जुड़ कर काम करें, दोनों ही परिस्थितियों में आप अच्छी कमाई कर सकेंगे।
अगर आप चाहे तो BAMS कोर्स करने के बाद एनी कोई सकरी नौकरी भी कर सकते है जैसे कि बैंक, रेलवे, आईएस, आईपीएस, पुलिस इत्यादि |
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BAMS के बाद कितनी salary मिलती है?
अगर आप BAMS का कोर्स करते है तो आप इंटर्नशिप के दौरान ही सलरी मिलने लगती है |
BAMS Internship के दौरान विद्यार्थी को monthly लगभग 12,000 से 45,000 रुपए सैलरी मिलती है। यह सैलरी अलग-अलग राज्यों पर निर्भर करती है।
जब आप एक डॉक्टर बन जाते है तो एक BAMS Doctor की salary लगभग 3 लाख से 7 लाख रुपए वार्षिक होती है।
BAMS top colleges in India
सभी विद्यार्थियों के लिए सरकारी कॉलेज में एडमिशन पाना संभव नहीं हो पाता है इसलिए यहां हमने BAMS course के top Government और Private कॉलेज/यूनिवर्सिटी के बारे में बताया है।
BAMS Government College
- GGSIPU, नई दिल्ली
- IMS BHU, बनारस
- KUHS, त्रिशूर
- NIA, जयपुर
- MUHS, महाराष्ट्र
- गवर्नमेंट आयुर्वेदिक कॉलेज हॉस्पिटल, पटना
- छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय(CSJMU), कानपुर
- मदन मोहन मालवीय गवर्नमेंट आयुर्वेद महाविद्यालय, उदयपुर, राजस्थान
- ऋषिकुल शासकीय पीजी आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल, हरिद्वार
- गवर्नमेंट आयुर्वेद कॉलेज एवं हॉस्पिटल, नागपुर
- पोदार आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज, मुंबई
B.A.M.S. Best private college in India
- डॉ DY पाटिल विश्वविद्यालय, नवी मुंबई
- श्री गुरु गोबिंद सिंह त्रिशताब्दी विश्वविद्यालय, गुड़गांव, हरियाणा
- अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय, पुणे
- पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज, हरिद्वार
- तिलक आयुर्वेद महाविद्यालय, पुणे
- JSSAMC, मैसूर
- KG मित्तल आयुर्वेदिक कॉलेज, मुंबई
- हिमालिया आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, देहरादून
- विदर्भ आयुर्वेद महाविद्यालय, अमरावती, महाराष्ट्र
- DMIMS, महाराष्ट्र
- उत्तरांचल आयुर्वेदिक कॉलेज, देहरादून
B.A.M.S. course FAQs in Hindi
प्रश्न: BAMS के बाद कौन सा कोर्स करे?
उत्तर: B.A.M.S. के बाद अपनी सुविधा और आर्थिक स्थिति के आधार पर निम्न में से कोई भी एक कोर्स कर सकते हैं –
- MD/MS (आयुर्वेद)
- MPH
- MBA (Hospital Healthcare Management)
- M.Sc. Nutrition
- M.Sc. Health Sciences.
प्रश्न: BAMS course में Admission without neet कैसे पाएं?
उत्तर: केवल महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिल नाडू के कुछ गिने चुने ऐसे कॉलेज हैं without neet BAMS course में direct Admission देते हैं।
State wise इन कॉलेजों के नाम हैं –
महाराष्ट्र
- तिलक आयुर्वेद महाविद्यालय, पुणे
- आयुर्वेद महाविद्यालय, नासिक
- भारती विद्यापीठ कॉलेज ऑफ आयुर्वेद (BVCA), पुणे
- अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय, पुणे
कर्नाटक
- अल्वास आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज, मूडबिद्री
- ALN राव मेमोरियल आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज, चिकमगलूर
तमिलनाडू
- श्री साईराम आयुर्वेद कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर, चेन्नई
- धर्म आयुर्वेद कॉलेज और अस्पताल, कांचीपुरम
- आयुर्वेद कॉलेज, कोयंबटूर
ये कॉलेज विद्यार्थी के 12th के marks के आधार पर management quota का इस्तेमाल करते हुए केवल कुछ सीटों पर डायरेक्ट एडमिशन लेते हैं।
जो विद्यार्थी management quota के जरिए B.A.M.S. में एडमिशन लेते हैं उन्हें सामान्य विद्यार्थियों से काफी ज्यादा फीस देनी पड़ती है।
निष्कर्ष – BAMS course kya hai
BAMS course आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के किया जाने वाला स्नातक पाठ्यक्रम है। यह साढ़े पांच साल का होता है।
इस कोर्स की फीस लगभग 25 हजार रुपए सालाना से शुरू होती है।
बीएएमएस कोर्स करने के बाद उम्मीदवार को शुरुआती दौर में औसतन 3 लाख रुपए सालाना की सैलरी मिलती है।
तो दोस्तों इसी जानकारी के साथ हमारा यह आर्टिकल समाप्त होता।
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