MDS course क्या है, MDS kya hai, MDS kaise kare – पूरी जानकारी
दोस्तों! यदि आप भी सभी लोगों की तरह MDS के जरिए अपना बेस्ट करियर बनाना चाहते हैं, तो यूं समझिए कि MDS की मदद से आप भी यह अवसर प्राप्त कर सकते हैं।
MDS कोर्स के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए अब आपको कहीं और जाने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। इस आर्टिकल के माध्यम से हमने MDS कोर्स के बारे में कई महत्वपूर्ण बातों जैसे
MDS kya hai, MDS kaise karen, MDS eligibility से जुड़ी पूरी जानकारी का उल्लेख किया है।
MDS एक बहुत ही पॉपुलर कोर्स होता है जिसे करने पर आप मेडिकल फिल्ड के लाइन में जॉब कर सकते हैं।
MDS के बारे में जो भी डिटेल में बताया गया है इसके लिए आपके पास क्या योग्यता होना आवश्यक है।तभी आप इस कोर्स को पूरा कर पाएंगे तो चलिए जानते हैं कि MDS क्या होता है? इसे कैसे किया जाए?
इस आर्टिकल में हम जानेंगे –
- MDS kya hai?
- MDS ke liye eligibility kya hai?
- MDS karne ke fayde kya hai?
- MDS ke subject kon se hai?
- MDS main course kon kon se hote hai?
- MDS karne ke bad job kaise len?
- MDS course kaise karen in Hindi?
MDS (एमडीएस) कोर्स क्या है? (MDS course kya hai in Hindi?)
MDS का full form मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी (Master of Dental Surgery) होता है। जो कि पोस्टग्रेजुएट डिग्री होता है
इस कोर्स में स्टूडेंट को डेंटल साइंस के कामों में एक्सपर्ट बनाने की तैयारी करते है। इसके अलावा दांत , जबड़े और डेंटल साइंस के विषय में स्पेशलाइजेशन करने के लिए ही यह एमडीएस कोर्स किया जाता है।
इस पढ़ाई को करके भी आप मेडिकल के क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं और एक अच्छा डेंटल स्पेशलिस्ट बन सकते हैं।
MDS कोर्स को पूरा करने के लिए विद्यार्थी पहले BDS (Bachelor of Dental Surgery) की पढ़ाई करते हैं तथा यह भी पोस्ट ग्रेजुएशन का एक डिग्री होता है जिसे पूरा करने पर आप पोस्ट ग्रेजुएट कहलाते हैं।
हमारे देश में MDS Course (एमडीएस कोर्स) बहुत ही अधिक पॉपुलर हैं। जो स्टूडेंट मेडिकल फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं लेकिन वे MBBS नहीं कर सकते, उनके लिए MDS एक बहुत अच्छा कोर्स है जिसके जरिए वह एक्सपर्ट डेंटिस्ट बन सकते हैं।
वैसे भी इन दिनों भारत में डेंटिस्ट डॉक्टर की मांग बढ़ती ही जा रही है। MDS कोर्स में दांत, जबड़े और मसूड़ों से संबंधित बीमारियों और सर्जरी , चेहरे की बीमारियों का इलाज और सर्जरी तथा कॉस्मेटिक उपचार के बारे में भी पढ़ाया जाता है।
इस कोर्स की अवधि 2 से 3 साल का होता है जिसमें 1 साल आपको training दी जाती है। इस कोर्स को आप तभी कर सकते हैं जब आपने BDS किया हुआ है ,तो चलिए हम यह जानते हैं MDS करने के लिए कौन-कौन सी योग्यताएं होनी चाहिए।
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MDS करने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए? (MDS ke liye eligibility kya hai ?)
MDS कोर्स करने के लिए जिन योग्यताओं की आवश्यकता होती है वह निम्नलिखित है –
- साइंस सब्जेक्ट से 12th की पढ़ाई अच्छे मार्क्स से पूरी करें।
- 12th में आपका बायोलॉजी (जीवविज्ञान ) सब्जेक्ट होना जरूरी है |
- Dental Council Of India (भारतीय दंत परिषद) द्वारा मान्यता प्राप्त डेंटल कॉलेजों से ही विद्यार्थी की BDS की डिग्री होनी चाहिए।
- MDS कोर्स में दाखिला लेने से पूर्व BDS के लिए अपनी इंटर्नशिप पूरी कर लेनी चाहिए।
- कुछ डेंटल कॉलेजों में एडमिशन के लिए BDS में कम से कम 55% मार्क्स लाना जरूरी है ताकि आप MDS में एडमिशन ले सकें।
- MDS कोर्स में एडमिशन प्रोसेस के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम भी देना जरूरी है।
MDS कोर्स करने के क्या फायदे हैं? (MDS karne ke kya fayde hai?)
MDS कोर्स को करने के बाद कई सारे फायदे होते हैं पर हम आपको कुछ महत्वपूर्ण फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आपको यह अंदाजा लग सके की MDS कैसा कोर्स है ? तथा आपको इसे करने में अच्छा भी लगे।
हम तो यह कहते हैं कि कोई भी कोर्स खराब नहीं होता है बस आपको कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है तो चलिए अब हम यह जानते
हैं कि MDS कोर्स के फायदे क्या है-
- MDS कोर्स को पूरा करने के बाद आप एक अच्छे डेंटल एक्सपर्ट और जानकार बन जाते हैं।
- MDS करने पर आप पोस्ट ग्रेजुएट भी कहलाते हैं।
- MDS एक पोस्ट ग्रैजुएट डिग्री होती है जिसे करने पर आपके पास हर चीज की जानकारी होती है इसके बाद आप किसी बड़ी इंडस्ट्री में स्पेशलिस्ट के रूप में जॉब कर सकते हैं।
- MDS कोर्स करने पर आप मेडिकल फिल्ड में जॉब भी पा सकते हैं।
- MDS करने के पश्चात आपको बहुत से जॉब ऑप्शन मिल जाते हैं , जैसे- अस्पताल, नर्सिंग होम, हेल्थ क्लब, स्कूल, चाइल्ड केयर यूनिट, प्राइवेट क्लिनिक, डेंटल कॉलेज इत्यादि जैसे बड़े-बड़े स्थानों में आसानी से जॉब ऑफर मिलने लगेंगे।
- MDS करने के बाद आसानी से डेंटल असिस्टेंट ,डेंटल हाइजीनिक, डेंटल लैब टेक्नीशियन, डेंटल सर्जन, फॉरेंसिक और ओरल पताहलॉजिस्ट, प्रोफेसर और अपना खुद का भी जॉब करके अपना करियर बना सकते हैं।
- MDS करने के बाद आपको विदेश में भी जॉब के अवसर मिल सकते हैं।
MDS के अंतर्गत आने वाले विषय कौन-कौन से हैं? (MDS ke subject kon se hai?)
MDS कोर्स में आपको वही सब्जेक्ट पढ़ाए जाते हैं जो कि डेंटल साइंस के क्षेत्र में स्पेशलाइजेशन बनने के लिए आवश्यक होता है तथा इसमें भी बहुत अधिक गहराई से जानकारी दी जाती है तो चलिए हम जानते हैं कि MDS ke subject kon se hai?
- Specialisation
- Oral Maxillofacial Surgery
- Operative dentistry
- Pedodontics Preventive Dentistry
- Prosthodontics
- Periodontics
- Orthodontics
इसके अलावा और भी बहुत सारे सब्जेक्ट को पढ़ाया जाता है ।
MDS में कौन-कौन से कोर्स होते हैं? (MDS main kon kon se course hote hai?)
MDS के अंतर्गत मास्टर डिग्री ऑफ़ डेंटल सर्जरी (Master Degree of Dental Surgery) का कोर्स होता है, जिसमें इस विषय से संबंधित पढ़ाई होती है।
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MDS करने के बाद जॉब कैसे चुने? (MDS karne ke bad job kaise chune?)
MDS को पूरा करने के बाद आपके पास कई सारे job ऑप्शन होते हैं। पर फिर भी हम आपको इन सब से संबंधित कुछ बेहतरीन जॉब के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपके लिए ज्यादा फायदेमंद होगा।
MDS karne ke bad job आप इस रूप में कर सकते हैं –
- फोरेंसिक
- ओरल पैथोलोजिस्ट
- कंसलटेंट
- डेंटल असिस्टेंट
- डेंटल हीगेनिस्ट
- मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव / सेल्स रिप्रेजेन्टेटिव
- प्राइवेट प्रैक्टिशनर्स
- पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट्स
- प्रोफेसर
- डेंटल सर्जन
MDS कैसे करें? (MDS kya hai kaise kare in Hindi?)
यदि आप जानना चाहते हैं कि MDS kaise karen in Hindi तो हम आपको यहां जो तरीके बता रहे हैं इससे आप आसानी
से MDS कर सकते हैं –
MDS कोर्स के लिए 12वीं पास करना
MDS की पढाई करने के लिए सबसे पहले आपको 12th अच्छे नंबरों से पास करना होगा, जिसमें खास कर आपको साइंस विषय में अच्छे मार्क्स से पास होना होगा। 12th में आपका बायोलॉजी यानी जीवविज्ञान सब्जेक्ट होना बहुत अवसय्क
MDS में एडमिशन लेने के लिए BDS की पढ़ाई पूरी करना
MDS में addmission लेने के लिए 12th पास करने के बाद BDS पास भी करना होगा, जो एक बहुत बड़ी कोर्स होती है। तो अगर आप MDS का कोर्स करना चाहते है और एक एक्सपर्ट डेंटिस्ट डॉक्टर भी बनना चाहते हो, तो आप BDS अच्छे मार्क्स के साथ पास करें।
MDS कॉलेज के लिए इंट्रेंस एग्जाम क्लियर करें
अब आपको BDS पूरा करने के बाद एंट्रेंस एग्जाम देना होगा। MDS कोर्स करने के लिए इस एग्जाम को क्लीयर करना होगा तभी आप MDS कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं, जो पुरे 2-3 साल का होता है। आपका एंट्रेंस एग्जाम क्लियर होने के बाद आपके एंट्रेंस के मार्क्स के अनुसार आपको MDS कॉलेज में प्रवेश दिया जाता है तो आपको MDS में एडमिशन लेना होगा तो आप इस प्रकार एडमिशन ले सकते हैं।
MDS की पढाई पूरी करे
जैसे ही आपका MDS में addmission हो जाता है आपको पूरी लगन और मेहनत से पढाई करना होगा और आपको पास करना भी होगा। लेकिन एक बात हमेशा याद रखें पूरी दिल से पढाई करें। तभी आप एडमिशन लेने के बाद अच्छी सैलरी के साथ डेंटिस्ट डॉक्टर बन सकते है और एक अच्छे और सच्चे डॉक्टर भी बन सकते हो, तो आप अपनी MDS की पढ़ाई इस तरह से पूरी कर सकते हैं।
Conclusion – MDS kya hai, MDS kaise kare
इस आर्टिकल में हमारी तरफ से सारी जानकारी जैसे MDS course kya hai, MDS Course ke liye qualification ,MDS Course karne ke fayde, MDS ke subject, MDS ke course, MDS karne ke bad job, MDS course kaise kare
यह सब जानकारी देने की कोशिश की है, जो आपके लिए फायदेमंद साबित होगी। हमें पूरी उम्मीद है की आप इस आर्टिकल के माध्यम से MDS को पूरी तरह से समझ सकते हैं।
जैसा कि आपको पता है कि MDS में प्रवेश के लिए आपको 12वीं की कक्षा में ध्यान से पढ़ना होता है जो आपको ENTRANCE TEST में आपकी पूरी सहायता करता है।
यदि आप MDS के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर चुके हैं तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें ताकि वह भी इससे अपने बेस्ट करियर ऑप्शन चुन सकें।
इस आर्टिकल के अंतर्गत यदि आप किसी भी प्रकार के सुझाव देना चाहते हैं तो हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं।
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