दोस्तों आज का आर्टिकल है M.A. me konse subject hote hai.
इसमें हम आपको MA से जुड़ी पूरी जानकारी देंगे। जैसे कि M.A. eligibility, admission process, fees, subjects, career options,
M.A. ke baad kya kare, MA karne ke fayde.
अगर आप आर्ट्स के स्टूडेंट हैं या फिर M.A. के बारे में कोई भी जानकारी चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपको पूरा पढ़ना चाहिए।
अगर आप यह जान जाते हैं कि MA me konse subject hote hai और उनसे आपको कौन-कौन सी जॉब मिल सकती है तो इससे आपको अपने लिए सब्जेक्ट चुनने में भी मदद मिलेगी। यह सब हमने विस्तार से समझाया है।
M.A. Course Kya hai – एम.ए. कोर्स क्या है ?
M.A. दो साल का कोर्स होता है।
MA का full form है Master of Arts. इसे हिंदी में कला स्नातकोत्तर या परास्नातक कहते हैं।
वैसे आपने आम बोलचाल में एमए या मास्टर्स ही सुना होगा। इसे आप रेग्युलर या फिर डिस्टेंस लर्निंग दोनों तरह से कर सकते हैं।
एमए करने के बाद आप पोस्ट ग्रेजुएट कहलाते हैं।
लगभग हर यूनिवर्सिटी और कॉलेज में आपको MA course मिल जाता है।
एमए के लिए योग्यता
दोस्तों MA ke liye eligibility इस तरह है
- आपको बैचलर डिग्री पूरी करनी होती है।
- अगर आप इंटीग्रेटेड एमए करना चाहते हैं तो आपको बारहवीं के बाद इस कोर्स में एडमिशन लेना होता है।
- अगर आप किसी अच्छी रैंकिंग वाले कॉलेज में पढ़ना चाहते हैं तो कम से कम 50% नंबर होने चाहिए।
- बहुत सी यूनिवर्सिटीज में जिनके पास NCC का C certificate या sports के नेशनल और इंटरनेशनल सर्टिफिकेट होते हैं, उनको मिनिम मार्क्स में छूट मिलती है।
- कुछ यूनिवर्सिटीज में इन स्टूडेंट्स के लिए कुछ सीट्स रिजर्व रहती हैं।
एमए में एडमिशन कैसे लें ?
दोस्तों अब जानते हैं M.A. Admission Process.
एमए में मेरिट बेस पर एडमिशन होता है। यानि जितने उम्मीदवार एडमिशन के लिए अप्लाई करते हैं उनके ग्रेजुएशन के परसेंट की एक मेरिट लिस्ट बनाई जाती है।
मान लीजिए जहां आपने अप्लाई किया है वहां एमए की 60 सीटें हैं। अगर आप लिस्ट में 60वें नंबर तक आते हैं तो आपका एडमिशन तय हो जाता है।
मेरिट के बाद एक वेटिंग लिस्ट भी होती है। क्योंकि अगर टॉप 60 में से किसी ने एडमिशन नहीं लिया तो वेटिंग लिस्ट वाले उम्मीदवार का नंबर आ जाता है।
ज्यादातर यूनिवर्सिटीज में MA ka admission process यही है।
बहुत नामी यूनिवर्सिटीज जैसे JNU, पंजाब यूनिवर्सिटी, BHU में entrance exam के आधार पर एडमिशन दिया जाता है।
एमए कोर्स की फीस कितनी है ?
अगर MA ki fees की बात करें तो सरकारी काॅलेज में इसकी रेंज 5000-12000 तक हो सकती है। वहीं एक प्राइवेट कॉलेज में MA ki fees 60,000 से 1.25 लाख तक हो सकती है।
एमए में कौन-से सब्जेक्ट होते है ?
अब हम आपको बताएंगे MA me konse subject hote hai
एमए यानि मास्टर ऑफ आर्ट्स में ये subject होते हैं-
History (इतिहास)- यह सबसे लोकप्रिय विषयों में एक है। इसमें भारत और विश्व में घटी घटनाओं, मानव सभ्यता, स्वतंत्रता आंदोलन जैसे टॉपिक का अध्ययन किया जाता है।
इस विषय को भारतीय इतिहास, विश्व इतिहास, आधुनिक इतिहास जैसे पाठ्यक्रमों में बांटा जाता है।
Economics (अर्थशास्त्र)– इसमें आर्थिक नीतियां, व्यापार और मार्केट को प्रभावित करने वाले कारण, टैक्सेशन, मंहगाई, बैंकों की नीतियां, बेरोजगारी, मांग और आपूर्ति (demand and supply) जैसे टॉपिक पढ़ते हैं।
दोस्तों चाहे आप अर्थशास्त्र के स्टूडेंट हों या नहीं पर इसका हर आम आदमी की जिंदगी पर असर होता है।
Psychology (मनोविज्ञान)– इसमें मानव मन के रहस्यों, मनुष्यों का बर्ताव, सोच, उनकी प्रतिक्रियाओं, मानसिक परेशानियों, उनके समाधान इत्यादि की पढ़ाई की जाती है।
Geography (भूगोल)- इसमें जलवायु, समुद्र, मानसून, पृथ्वी और उसके अंदर होने वाली गतिविधियां, देश-विदेश के नगरों, सीमाओं के बारे में जानकारी ली जाती है।
Music (संगीत)– इसमें आप संगीत से जुड़ी बारीकियां, राग, सुर-ताल की थ्योरी और प्रेक्टिकल सीखते हैं।
Political Science (राजनीति शास्त्र)– इसमें देश-विदेश के राजनीतिक घटनाक्रम, राजनीति के सिद्धांत, फेमस राजनीतिज्ञों का जीवन और काम, सरकारों के व्यवहार जैसी चीजें पढ़ाई जाती हैं।
Public Administration (लोक प्रशासन)– इसमें प्रशासन की कार्य प्रणाली, जन सरोकार के मुद्दों को समझना और उनक
Sociology (समाजशास्त्र)– मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। आप चाहे जाइंट फैमिली में रहते हों या बिल्कुल अकेले, आप समाज का हिस्सा होते हैं। समाज कैसे बनता है? कैसे बदलता है? मनुष्यों और समाज का एक दूसरे से क्या संबंध होता है? यह सब आप समाजशास्त्र में पढ़ते हैं।
Philosophy (दर्शन शास्त्र)- इसमें मानव जीवन का उद्देश्य, आध्यात्म, नैकित मूल्यों, महान दार्शनिकों का जीवन परिचय और विचार पढ़ाया जाता है। आप भारतीय दर्शन और पाश्चात्य दर्शन का तुलनात्मक अध्ययन भी करते हैं।
इनके अलावा Rural study, international relationship, religious study जैसे अन्य विषय होते हैं। एमए में बहुत सी languages जैसे Hindi, English, Gujrati, Tamil, Urdu, Sanskrit भी होती हैं।
इसमें भाषाओं का इतिहास, व्याकरण, समय-समय पर हुए बदलाव और बड़े-बड़े साहित्यकारों की रचनाएं पढ़ी जाती हैं। जैसे कविता, कहानियां, नाटक और उपन्यास।
आपको कौन सा सब्जेक्ट सबसे अच्छा लगता है, हमें कमेंट सेक्शन में बताएं।
एमए के बाद करियर आप्शन
दोस्तों MA ke baad career options आपके सब्जेक्ट पर निर्भर करते हैं।
हमने आपको हर सब्जेक्ट अनुसार जानकारी दे रहे हैं-
- MA Economics– बैंक, इंश्योरेंस सेक्टर, फायनेंशियल इंस्टीट्यूट, न्यूज पेपर और इलेक्ट्रानिक मीडिया में फाइनेंशियल एनालिस्ट, इंडिपेंडेंट आर्थिक सलाहकार (financial advisor)
- MA in Psychology- क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट, एनजीओ, स्कूल और कॉलेज में काउंसलर
- MA in Music- गायक, संगीतकार, संगीत शिक्षक, टीवी और फिल्म इंडस्ट्री में काम
- MA in Geography– मौसम विभाग, भूवैज्ञानिक, ट्रेवल एडवाइजर
- MA in languages- पब्लिशिंग हाउस, न्यूज पेपर और मैगजीन में एडिटर, लेखक
- MA in Political Science- Political Advisor (राजनीतिक सलाहकार) चुनाव विशेषज्ञ, राजनीतिज्ञ
MA ke baad kya kare?
दोस्तों आप मेहनत करके डिग्री तो हासिल कर लेते हैं। इसके बाद कन्फ्यूज हो जाते हैं कि अब क्या करें?
आपमें से बहुत लोग MA कर रहे होंगे और मन में सवाल आता होगा कि MA ke baad kya kare?
MA एक हायर लेवल की डिग्री है। इसलिए अगर आप एमए करते हैं तो आपके पास आगे बहुत से रास्ते होते हैं।
आप एमफिल या पीएचडी करके और हाई क्वालीफिकेशन ले सकते हैं।
यदि आप टीचिंग में रुचि रखते हैं तो MA ke baad B.Ed कर सकते हैं। इसके अलावा UPSC एग्जाम, स्टेट पीएससी, रेलवे, बैंक या पुलिस विभाग के एग्जाम दे सकते हैं।
आप UGC NET exam दे सकते हैं। इसी तरह समय-समय पर निकलने वाली सरकारी नौकरियों के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
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इतना ही नहीं आप कोचिंग सेंटर शुरु कर सकते हैं। न्यूज पेपर, मीडिया हाउस जैसी जगह पर हर सब्जेक्ट के एक्सपर्ट की जरूरत होती है। आप इनके लिए एक गेस्ट या रेग्युलर की तरह कॉलम और आर्टिकल लिख सकते हैं।
उम्मीद है कि इस सेक्शन को पढ़कर अब तक आपने भी तय कर लिया होगा कि MA ke baad kya kare.
एमए करने के फायदे
अब जानते हैं MA karne ke fayde
- एमए करके आप पोस्ट ग्रेजुएट कहलाते हैं।
- किसी भी नौकरी में एमए किए कैंडिडेट को प्राथमिकता दी जाती है।
- MA करके आप M.Phil या Ph.D के लिए एलिजिबल हो जाते हैं।
- UGC NET exam के लिए भी आपको MA करना होता है।
- एमए किए लोगों को समाज में सम्मान मिलता है।
- आप अपने सब्जेक्ट के एक्सपर्ट बन जाते हैं।
निष्कर्ष
दोस्तों आज आपने पढ़ा M.A. me konse subject hote hai
इसमें हमने MA से जुड़े हर टॉपिक के बारे में आपको बताया है। जैसे MA eligibility, admission process, fees, subjects, career
options, MA ke baad kya kare, MA karne ke fayde.
आपको यह आर्टिकल कैसा लगा हमें कमेंट करके बताइए।
अगर आपने यह आर्टिकल पूरी तरह पढ़ लिया है तो एमए ka kya scope hai, M.A. me konsa subject lena chahiye यह भी आपको समझ आ गया होगा।
अगर कोई सवाल, सुझाव या शिकायत है तो हमें जरूर बताइए।
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Article by – NIDHI NEER
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