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C Language in Hindi ? | C Language क्या है आसानी से कैसे सीखें –

C Language in Hindi – आज इस आर्टिकल में हम  आपको C प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के बारे में पूरी जानकारी देंगे –

दुनिया में हजारों तरह की भाषाएं अलग अलग तरह से बोली और लिखी जाती हैं, इनमें से कुछ लैंग्वेज किसी देश-प्रदेश तक ही सीमित हैं जबकि इंग्लिश अंतरराष्ट्रीय रूप से बोली जाने वाली भाषा है।

उसी तरह कंप्यूटर की भी भाषा होती है जिसे हम प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कहते हैं।

प्रोग्रामिंग लैंग्वेज मनुष्य के द्वारा लिखी और समझी जाती है इसीलिए कंप्यूटर की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के रूप में इंग्लिश का प्रयोग किया जाता है।

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कंप्यूटर के प्रोग्राम जिनके अनुसार कंप्यूटर काम करता है यह कई तरह के लैंग्वेज में लिखे जाते हैं जैसे Low Level Language, Assembly Language, High Level Language.

कंप्यूटर सिर्फ मशीन लैंग्वेज को समझता है जिसमें केवल दो बाइनरी डिजिट यानी कि 0 और 1(0,1) शामिल हैं ।

कंप्यूटर के लिए प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का इस्तेमाल करके कोडिंग लिखने के लिए मनुष्य केवल हाई लेवल लैंग्वेज को ही आसानी से समझ पाता है क्योंकि यह बहुत ही आसान होती है और इसमें साधारण इंग्लिश के शब्दों का प्रयोग किया जाता है और बाद में कंपाइलर का प्रयोग करके प्रोग्राम को मशीनी भाषा में बदला जाता है जिसे कंप्यूटर हमारे द्वारा दिए गए इंस्ट्रक्शन को समझ जाता है ।

हाई लेवल लैंग्वेज के अंतर्गत C, C++, Java, Paython इत्यादि जैसी प्रोग्रामिंग भाषाएं शामिल है।

आज के इस आर्टिकल में हम C Language क्या है और कैसे सीखें के बारे में बात करने वाले हैं,

यदि आप भी जानना चाहते हैं कि C Language क्या है और कैसे सीखें तो इस लेख को पढ़ सकते हैं।

C Language क्या है ? – C Language in Hindi

C Language बहुत ही आसान जर्नल पर्पस प्रोसीजर ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है ।

C Language से पहले भी कुछ प्रोग्रामिंग लैंग्वेजों का विकास हो चुका था। लेकिन उन सब को इस्तेमाल करना बहुत ही जटिल था ।

जिसके बाद 1972 ईस्वी में Dennis Ritchie ने Bell Telephone Laboratories में एक नई प्रोग्रामिंग लैंग्वेज C का विकास किया।

उस समय Dennis Ritchie बेल लैबोरेट्री में काम कर रहे थे जो कि यूनाइटेड स्टेड में स्थित है।

C Language in Hindi
C Language in Hindi

C Language लैंग्वेज एक प्रोसीजर ओरिएंटेड और Middle Lavel Programming Language है,  जिसे समझना और
लिखना बहुत ही आसान है।

सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को सीखना इसलिए और भी अधिक आवश्यक हो जाता है क्योंकि यह लैंग्वेज अन्य सभी लैंग्वेजों का आधार है ।

जितनी भी अन्य प्रोग्रामिंग लैंग्वेज हैं वह C Language से ही बनी है, सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का प्रयोग मुख्यतः सिस्टम सॉफ्टवेयर जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम आदि बनाने में किया जाता है।

सी लैंग्वेज का इतिहास –

दोस्तों ऐसा नहीं है कि C सबसे पहली प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है, सी से पहले भी कई प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का विकास किया जा चुका था।

सी लैंग्वेज के उदय से पहले Martin Richard नामक व्यक्ति ने Bell Telephone Laboratories में सन 1966 में BCPL नामक एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को बनाया था

(BCPL का फुल फॉर्म basic combined programming language है).

बीसीपीएल भी एक लो लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसकी वजह से इसको समझ पाना और इसमें कोड लिखना बहुत ही मुश्किल था।

इसलिए इस लैंग्वेज को जिस काम के लिए बनाया जा रहा था वह काम नहीं हो पा रहे थे इस लैंग्वेज के द्वारा।

जिसके बाद Martin Richard ने Ken Thompson के साथ मिलकर बेल टेलीफोन लैबोरेट्रीज में ही बीसीपीएल लैंग्वेज में सुधार करके एक नई प्रोग्रामिंग लैंग्वेज बनाया जिसका नाम B रखा।

जिसमें कोड को लिखना और समझना बीसीपीएल लैंग्वेज की अपेक्षा में थोड़ा बहुत आसान था।

सभी का लक्ष्य यूनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम बनाना था जोकि बी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज से भी पूरा ना हो सका,

हालांकि बी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में ऑपरेटिंग सिस्टम बन तो गया था लेकिन उसमें बहुत ही लिमिटेड रिसोर्सेस थे और कैंप थॉमसन का मानना था कि यदि इसे हम C प्रोग्रामिंग लैंग्वेज पर बनाएं तो इसमें और अधिक फीचर्स ऐड किए जा सकते हैं।

जिसके बाद Dennis Ritchie ने 1972 में BCPLऔर B प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के मिश्रण से एक नई प्रोग्रामिंग लैंग्वेज C का आविष्कार किया जिसमें कोड लिखना और समझना बहुत ही आसान था जिसके बाद यूनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम में कई प्रकार के नए फीचर्स ऐड किए गए।

C Language की विशेषताएं –

  • C Language एक बहुत ही आसान और लोकप्रिय प्रोगामिंग लैंग्वेज है।
  • इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को समझना और कोड लिखना बहुत ही साधारण होता है क्योंकि इस लैंग्वेज में अंग्रेजी के शब्दों का प्रयोग होता है।
  • सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज एक स्ट्रक्चर्ड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसे हम विभिन्न प्रकार के फंक्शन का उपयोग करके कई भागों में विभाजित कर सकते हैं।
  • C प्रोगामिंग लैंग्वेज की खास बात यह है कि इसमें कोड को लिखने के बाद अलग से कंपाइल करने की जरूरत नहीं होती क्योंकि इसमें कंपाइलर पहले से ही इंबिल्ट होता है।
  • C लैंग्वेज एक General purpose और Procedure Oriented Programming Language है।
  • आपरेटिंग सिस्टम डेवलपमेंट में सबसे ज्यादा यूज की जाने वाली लैंग्वेज C ही है।
  • यदि आप सी लैंग्वेज को अच्छी तरह से समझ जाते हैं तो आपके लिए अन्य प्रोग्रामिंग लैंग्वेज जैसे जावा, पाइथन सी प्लस प्लस आदि समझना आसान हो जाता है।

C Language कैसे सीखे ?

यदि आप C Language सीखना चाहते हैं तो इसके लिए आपको सबसे पहले यह तय करना होगा कि आप किन रिसोर्सेज की मदद से इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को सीखेंगे।

सी लैंग्वेज को सीखने के लिए किसी एक रिसोर्स को तय करें क्योंकि आजकल बहुत सारे प्लेटफार्म अवेलेबल हैं जो आपको प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सिखाते हैं, लेकिन आप किसी एक प्लेटफार्म को तय करें जहां से आप सीखना चाहते हो और उसी प्लेटफार्म से आप शुरू से लेकर अंत तक पढ़ें।

जिससे आपके सारे कांसेप्ट स्टेप बाय स्टेप क्लियर होंगे और यदि आप थोड़ा किसी दूसरे प्लेटफार्म से थोड़ा किसी दूसरे प्लेटफार्म से इस प्रकार से सीखते हैं तो काफी संभावनाएं हैं कि आप कोडिंग सही तरीके से सीख भी ना पाए और कुछ स्टेप्स भी छोड़ दें।

सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखने के कई तरीके हैं जिनके बारे में स्टेप बाय स्टेप नीचे बताया गया है-

ऑनलाइन वेबसाइट से सीखे

आजकल कोई भी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखना हो तो सबसे अच्छा माध्यम वेबसाइट मानी जाती है,

क्योंकि इंटरनेट पर कई सारे ऐसे वेबसाइट उपलब्ध हैं जो आपको फ्री में और कुछ पैसे लेकर प्रोग्रामिंग के कोर्स प्रोवाइड कराते हैं इसलिए यदि आप सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखना चाहते हैं तो ऑनलाइन वेबसाइट पर मौजूद कोर्स को कर सकते हैं ।

यह कोर्स free और paid दोनों प्रकार के होते हैं ।

यदि आप की एनालिटिकल और कैचिंग पॉवर तेज है तब आप कोर्स के फ्री वाले वर्जन से पढ़ सकते हैं और सी लैंग्वेज सीख सकते हैं ।

यदि आप को समझने में थोड़ा सा समय लगता है या फिर आप एडवांस लेवल का पढ़ना चाहते हैं तो इसके लिए आप paid कोर्स ले सकते हैं और घर बैठे 1 से 2 महीने के अंदर सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीख सकते हैं।

यहां से आप फ्री और पेड दोनों प्रकार के कोर्स कर सकते हैं-

  • Codecademy .com,
  • Codescgool .com,
  • codes .com .

 

यूट्यूब की मदद से सीखे

आज के समय में यूट्यूब एक ऐसा विकल्प है जहां से हम सब कुछ बहुत ही आसान तरीके से सीख सकते हैं ।

यदि हम सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को सीखने की बात करें तो यूट्यूब पर कई ऐसे चैनल उपलब्ध हैं जो बहुत ही आसान भाषा में हमें निशुल्क सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सिखाते हैं जिनके बारे में नीचे बताया गया है

यहां से आप आसानी से सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीख सकते हैं।

C Language kya hai kaise sikhe
C Language kya hai kaise sikhe

कोचिंग की मदद से सीखे

यदि आप इंटरनेट या वीडियो के माध्यम से पढ़ना पसंद नहीं करते हैं तो इसके लिए आप किसी कोचिंग इंस्टिट्यूट को ज्वाइन कर सकते हैं ।

आजकल सभी शहरों में बहुत सारे ऐसे चिट्टूर होते हैं जो सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज या फिर अन्य प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सिखाते हैं ।

अगर आप अच्छे से एडवांस लेवल तक का सीखना चाहते हैं तो वहां से आप आसानी से सीख सकते हैं इसके बदले में आपको सर्टिफिकेट भी दिए जाते हैं।

इंस्टिट्यूट ज्वाइन करें

यदि आप अपना करियर प्रोग्रामिंग के क्षेत्र में बनाना चाहते हैं और आगे की पढ़ाई भी प्रोग्रामिंग के क्षेत्र में ही करना चाहते हैं तो इसके लिए आप कोई कॉलेज/इंस्टिट्यूट ज्वाइन करें जहां पर आपको स्पेसिफिक कोर्स के द्वारा प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सिखाई जाती हैं ।

वहां पर आपको केवल सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज ही नहीं बल्कि कई सारी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सिखाई जाएंगी ।

इसलिए यदि आप अपना करियर प्रोगामिंग के क्षेत्र में बनाने के इच्छुक हैं तब आप इंस्टीट्यूट ज्वाइन करके प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीख सकते हैं।

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सी लैंग्वेज में एक्सपर्ट कैसे बने

कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज हो या फिर स्पोकन लैंग्वेज सभी भाषाओं को सीखने के लिए हमें प्रैक्टिस करने की बहुत जरूरत होती है

क्योंकि जब तक हम प्रेक्टिस नहीं करते हैं तब तक हम उस भाषा में निपुण नहीं हो पाते ठीक उसी प्रकार प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का भी कांसेप्ट है ।

अगर हमें किसी भी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में एक्सपर्ट बनना है तो उसके लिए हमें नियमित अभ्यास करना होगा।

सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में आप जितना सीखे प्रतिदिन उतना किसी प्रैक्टिस सॉफ्टवेयर जैसे turbo c पर जाकर डेली प्रैक्टिस करें ।

जितना ज्यादा प्रैक्टिस करेंगे उतना ज्यादा आपको कोड लिखने का अनुभव होगा और आप सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में एक्सपर्ट बन जाएंगे

इसलिए कोडिंग सीखते समय किसी भी प्रकार की जल्दबाजी ना करें प्रैक्टिस पर विशेष ध्यान दें।

सी लैंग्वेज में कोड लिखते समय variable ,Array string, structure, pointer,loop,syntax आदि का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

Conclusion – C Language in Hindi –

दोस्तों आज के इस लेख “C Language in Hindi” में हमने जाना कि C Language क्या है और कैसे सीखे साथ ही साथ हमने सी लैंग्वेज के इतिहास के बारे में भी जाना ।

उम्मीद करता हूं कि यह लेख आपको पसंद आया होगा , आप इस आर्टिकल “C Language in Hindi” को शेयर जरुर करें और आपके मन में कुछ सवाल हो तो कमेंट कर के जरुर पूछे और कमेंट कर के बताइए की ये आर्टिकल आपको कैसे लगा

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