PGDM full form – PGDM Course kya hai –
PGDM Course kya hai, यह हर उस विद्यार्थी को जानना जरूरी है जो मैनेजमेंट के फील्ड में अपना करियर बनाना चाहता है।
मैनेजमेंट के फील्ड में MBA के अलावा भी एक और ऐसा कोर्स PGDM होता है जिसे करके कोई भी विद्यार्थी अपना भविष्य सुरक्षित कर सकता है।
अगर आप PGDM Course के बारे में जानना चाहते है तो आप बिलकुल सही आर्टिकल पढ़ रहें हैं , हमने अपने इस आर्टिकल में PGDM full form और पीजीडीएम से जुड़ी पूरी जानकारी दी है और अंत में यह भी बताया है कि PGDM और MBA में क्या अंतर होता है।
PGDM Full Form
PGDM full form – पीजीडीएम (PGDM) का फुल फॉर्म होता है Post Graduate Diploma in Management.
PGDM कौन सा कोर्स होता है?
हमने ये तो जान लिया कि PGDM full form क्या होता है आइये अब जानते है कि PGDM कौन सा कोर्स होता है?
पीजीडीएम (PGDM) एक ऐसा डिप्लोमा प्रोग्राम होता है जिसमें मैनेजमेंट के बारे पढ़ाया जाता है। इसमें मुख्यतया मैनेजमेंट से जुड़े विषयों का प्रैक्टिकल नॉलेज दिया जाता है।
ऐसे इंस्टिट्यूट जो All India Council for Technical Education (AICTE) के द्वारा मान्यता प्राप्त है सिर्फ वही पीजीडीएम का कोर्स करवा सकते हैं।
अगर पीजीडीएम का कोर्स करवाने वाले इंस्टिट्यूट को Association of Indian Universities (AIU) से भी मान्यता प्राप्त हो, तो वहां से किया गया पीजीडीएम का कोर्स MBA के बराबर माना जाता है।
Types of PGDM Course – PGDM के प्रकार
पीजीडीएम का कोर्स 3 तरह का होता है। विद्यार्थी अपनी सुविधा और बजट के अनुसार इनमें से कोई एक कोर्स चुन सकते हैं –
- Full Time PGDM
- Distance PGDM
- Online PGDM
1. Full Time PGDM Course
यह 2 वर्ष का कोर्स होता है। इसे करने के लिए आपको रोज कॉलेज जाना पड़ेगा। इसकी फीस Distance और Online PGDM से काफी ज्यादा होती है।
2. Distance PGDM Course
जो व्यक्ति कोई नौकरी कर रहा है और फिर भी पीजीडीएम की पढ़ाई करना चाहता, उसके लिए Distance PGDM एक अच्छा विकल्प है।
डिस्टेंस पीजीडीएम में एडमिशन पाने के लिए entrance exam देना पड़ता है और इस कोर्स की फीस 30 हजार से 50 हजार रुपए तक होती है।
3. Online PGDM Course
Online PGDM में मेरिट के आधार पर एडमिशन मिल जाता है। इसे आप घर बैठे कर सकते हैं।
ऑनलाइन पीजीडीएम की फीस 10 हजार से 15 हजार रूपये के आसपास होती है।
NOTE: हमने अपने इस आर्टिकल में Full Time PGDM के बारे में विस्तार से बताया है।
PGDM कितने समय का कोर्स है?
Post Graduate Diploma in Management (PGDM) का कोर्स पूरे 2 साल का होता है।
पीजीडीएम (PGDM) की फीस कितनी है?
PGDM course की फीस अलग-अलग इंस्टीट्यूट में अलग-अलग होती है। प्राइवेट और सरकारी कॉलेज में पीजीडीएम की फीस में जमीन और आसमान का अंतर होता है।
फिर भी अगर पीजीडीएम (PGDM) के फीस की बात करें तो लगभग 1 लाख से 20 लाख तक पीजीडीएम की फीस होती है।
PGDM कोर्स के लिए क्या जरुरी है ?
आपने अक्सर ध्यान दिया होगा कि किसी भी जॉब के वेकेंसी में skills का एक सेक्शन होता है जिसमें उस जॉब से जुड़े स्किल्स की मांग की जाती है।
ठीक ऐसे ही, पीजीडीएम के कोर्स को करने के लिए विद्यार्थी में कुछ स्किल्स का होना अनिवार्य है ताकि आगे चलकर पीजीडीएम का कोर्स करते वक्त या पीजीडीएम कोर्स पूरा करने के बाद जॉब के वक्त candidate को कोई दिक्कत ना हो।
PGDM कोर्स के लिए विद्यार्थी में इन skills का होना आवश्यक है –
1. Communication skill
पीजीडीएम कोर्स करने के बाद जब आप जॉब के लिए जायेगें तो सबसे पहले आपका इंटरव्यू लिया जाएगा।
ऐसे में अगर आप इंटरव्यूअर से ठीक से बात नहीं कर पाएंगे या उसे अपनी बात समझा नहीं पाएंगे तो आपको जॉब नहीं मिल सकती।
इसलिए पीजीडीएम का विद्यार्थी होने के लिए आपकी Communication skill अच्छी होनी चाहिए।
2. Leadership Skill
पीजीडीएम का कोर्स पूरा करने के बाद आपको मुख्यतया मैनेजर की जॉब मिलेगी। ऐसे में आपके नीचे बहुत से लोग काम करेंगे।
अपने नीचे काम कर रहे लोगों के साथ मिलकर उनसे काम करवाने के लिए आपके अंदर Leadership Skill का होना जरूरी है।
3. Strategic thinking
Strategic thinking का मतलब ऐसी सोच से होता है, जो systematic और reasonable हो। ऐसी सोच जिसे कंपनी के लिए इस्तेमाल में लाने पर आगे चलकर कम्पनी को फायदा मिले।
PGDM Admission process in Hindi – PGDM में एडमिशन कैसे लें
पीजीडीएम कोर्स के लिए किसी भी कॉलेज में एडमिशन पाने के लिए आपको कॉलेज के कुछ मापदंडों पर खरा उतरना होगा।
जैसे – सबसे आपकी educational qualification, फिर लिखित परीक्षा, फिर ग्रुप डिस्कशन राउंड और सबसे अंत में इंटरव्यू।
Eligibility criteria for PGDM course – PGDM कोर्स के लिए योग्यता
पीजीडीएम कोर्स में एडमिशन लेने के लिए विद्यार्थी का कम से कम 50% अंकों के साथ किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या कॉलेज से अपनी ग्रेजुएशन पूरी करनी होगी
पर अगर आप IIM जैसे इंस्टिट्यूट में एडमिशन लेना चाहते हैं तो ग्रेजुएशन में कम से कम 60% अंक या 10 में से 6.5 CGPA होना चाहिए।
ग्रेजुएशन में कोई भी स्ट्रीम हो तो चलेगा लेकिन अगर विद्यार्थी ने मैनेजमेंट से ग्रेजुएशन यानी कि BBA किया हो तो उसे अधिक महत्व दिया जायेगा।
Written Ability Test (WAT) OR Entrance Exam
ज्यादातर कॉलेज में पीजीडीएम कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको Entrance Exam देना पड़ता है।
पीजीडीएम कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको इनमें से किसी एक एग्जाम को पास करना होगा-
- CAT,
- MAT,
- CMAT,
- GMAT,
- NMAT,
- ATMA,
- XAT
भारत के अधिकतर कॉलेजों में CAT (Common Admission Test) और MAT (Management Aptitude Test) को ही महत्ता दी है।
अन्य एंट्रेंस एग्जाम अलग-अलग इस्टीट्यूट के द्वारा अपने इंस्टीट्यूट में एडमिशन देने के लिए अलग से लिए जाते हैं।
CAT का एग्जाम साल में एक बार होता है जबकि MAT का एग्जाम साल में चार बार होता है।
Indian Institute of Management Ahmedabad (IIM) में एडमिशन पाने के लिए CAT का एग्जाम देना चाहिए क्योंकि IIM सिर्फ CAT के अंकों को ही मान्यता देता है।
Group Discussion (GD)
WAT क्वालीफाई करने के बाद अगला राउंड Group Discussion का होता है।
GD इसलिए कराया जाता है ताकि किसी भी एक विशेष टॉपिक पर विद्यार्थी का perspective जाना जा सके।
इसके अलावा विद्यार्थी की communication skills की परख करने के लिए भी Group Discussion करवाया जाता है।
Personal Interview (PI)
Group Discussion के बाद अगला राउंड होता है Personal Interview का।
जिस पढ़ाई को आप आगे करने जा रहे हैं उसके लिए आप सही हैं या नहीं इसका अनुमान Personal Interview के जरिए लगाया जाता है।
पर्सनल इन्टरव्यू में विद्यार्थी से कई तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं। जैसे – Personal Questions, पढ़ाई से जुड़े प्रश्न, work experience या जनरल नॉलेज से जुड़े प्रश्न।
Screening Process
प्रत्येक कॉलेज का अपना एक अलग Screening Process होता है।
ज्यादातर कॉलेज में विद्यार्थी के ग्रेजुएशन के मार्क्स, एंट्रेंस एग्जाम के मार्क्स, ग्रुप डिस्कशन के मार्क्स और पर्सनल इंटरव्यू को ध्यान में रखते हुए एडमिशन दिया जाता है जबकि कुछ कॉलेज में मेरिट के आधार पर डायरेक्ट एडमिशन भी होता है।
जो विद्यार्थी ऊपर बताए सभी राउंड क्लियर कर लेता है उसे PGDM में एडमिशन मिल जाता है।
PGDM में कौन से सब्जेक्ट होते हैं/ (PGDM syllabus)
वैसे तो अलग-अलग इंस्टीट्यूट में अलग-अलग पीजीडीएम का सिलेबस होता है।
फिर भी बात अगर ज्यादातर कॉलेजों की करें तो पीजीडीएम कोर्स में विद्यार्थी को दो तरह के subjects देखने को मिलेंगे।
- Core subjects
- Elective Subjects
Core subjects
Core Subjects अनिवार्य विषय होते हैं जिन्हें विद्यार्थी अपनी मर्जी से नहीं चुन सकता है।
भारत के अधिकतर कॉलेजों में पीजीडीएम कोर्स में Core Subjects की list इस प्रकार है –
- Managerial Economics
- Finance & Accounting
- Organizational Behavior
- Research Methodology
- Business Ethics And Communication
Elective Subjects
प्रत्येक वर्ष विद्यार्थी को अपनी मर्जी से 2 Elective Subjects को चुनना होता है यानि 2 साल में कुल 4 Elective Subjects पढ़ने होते हैं।
अपने interest और भविष्य में किस फील्ड में काम करना करना चाहता है..इसको ध्यान में रखते हुए ही विद्यार्थी Elective Subjects को चुनता है।
PGDM Best College/Institute
PGDM का कोर्स करने के लिए आप प्राइवेट या सरकारी कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं।
नीचे हमने भारत के कुछ Top private और Goverment PGDM Colleges की लिस्ट दी हुई है –
Best PGDM Private College/Institute
- NMIMS University, Maharashtra
- NDIM Delhi – New Delhi Institute of Management
- XLRI Jamshedpur – XLRI-Xavier School of Management
- Welingkar Institute of Management Development and Research, Mumbai
- SPJIMR, Mumbai
- Doon Business School, Dehradun
- PSGIM Coimbatore – PSG Institute of Management
- MDI Gurgaon – Management Development Institute
- ITM Navi Mumbai – ITM Business School
- Best PGDM Government Colleges/Institute
- IIMs
- Vaikunth Mehta National Institute of Cooperative Management, Pune
- Assam Institute of Management, Guwahati
- IISWBM Kolkata
- Ch Charan Singh NIAM, Jaipur
- STEP – HBTI, Kanpur
- Indian Institute of Plantation Management, Bangalore
- AIMA Centre for Management Education, Delhi
- Chandragupt Institute of Management, Patna
पीजीडीएम (PGDM) के बाद क्या करें?
Post Graduate Diploma in Management का कोर्स पूरा करने के बाद विद्यार्थी आगे 2 चीजें कर सकता है।
1. Fruther studies
पीजीडीएम का कोर्स पूरा करने के बाद अगर आप आगे पढ़ना चाहते हैं तो मैनेजमेंट के किसी विशेष फील्ड में डॉक्टर की डिग्री (PhD) ले सकते हैं।
2. Job
पीजीडीएम का कोर्स पूरा करने के बाद आप चाहे तो किसी बड़ी कंपनी के साथ जुड़ कर जॉब भी कर सकते हैं।
PGDM के बाद करियर ऑप्शन
पीजीडीएम का कोर्स पूरा करने के बाद आप ऐसे बहुत से फील्ड हैं जिनमें आप काम कर सकते हैं।
कुछ प्रमुख फील्ड के नाम इस प्रकार हैं – finance, education, banking, stock trading, insurance etc.
पीजीडीएम का कोर्स करने वाले विद्यार्थी को विशेषकर मैनेजर के पद पर नौकरी मिलती है।
आप अपनी योग्यता अनुसार नीचे बताए मैनेजर पद में से किसी एक लिए अप्लाई कर सकते हैं।
1. Marketing Manager
एक मार्केटिंग मैनेजर का काम होता है किसी प्रोडक्ट या कंपनी से जुड़ी मार्केटिंग को मैनेज करना।
2. Sales Manager
एक सेल्स मैनेजर का काम होता है अपने नीचे काम कर रहे sales person को mentor करना, ट्रेनिंग देना।
इसके अलावा Sales Manager सेल्स को बढ़ाने के प्लान भी बनाता है और sales person की अपने प्लान के जरिए सेल्स भी बढ़वाता है।
3. Supply Chain Manager
सप्लाई चेन मैनेजर का काम होता है कंपनी की machinery, supplies और logistics की देखरेख करना।
कच्चे माल की खरीदारी से लेकर उसे क्लाइंट तक सही समय पर पहुंचना और क्लाइंट की डिमांड को पूरा करना, ये सभी काम Supply Chain Manager का होता है।
4. Advertising Manager
Advertising Manager ग्राहकों और ऐड देने वाली कम्पनी के बीच की कड़ी होती है।
एडवरटाइजिंग मैनेजर का काम होता है ग्राहकों के नजरिए से किसी प्रोडक्ट को समझते हुए, उसके प्रचार की व्यवस्था करना।
एडवरटाइजिंग मैनेजर किसी भी प्रोडक्ट या सर्विस का इस प्रकार से प्रचार करने में मदद करता है जिससे ग्राहकों में उस प्रोडक्ट या सर्विस के इस्तेमाल के लिए जागरूकता बढ़े।
5. Account Manager
Account Manager जिस भी फाइनेंस कंपनी में काम करता है उसके Budgets, investments और investments के जरिए हुई कमाई, आदि की देखरेख करता है।
Top Recruiters
अगर आपने Post Graduate Diploma in Management (PGDM) का कोर्स किया है और आपको समझ नहीं आ रहा कि कौन सी कंपनी में जॉब के लिए अप्लाई करें तो नीचे भारत की कुछ top कंपनी के नाम दिया गया है जिनमें अगर आपको जॉब मिल जाती है तो आपकी सैलरी बहुत बेहतरीन होगी।
- Infosys Limited
- Wipro Technologies Ltd.
- IBM Corp
- Accenture
- Deloitte
- Cybage
- Capgemini
- HCL Technologies Ltd.
- J.P. Morgan Chase & Co.
- Computer Sciences Corporation
- Deutsche Bank
- Cognizant
- Tata Consultancy Services Limited
पीजीडीएम(PGDM) के बाद सैलरी
एक ऐसा व्यक्ति जिसने तुरंत ही पीजीडीएम का कोर्स पूरा किया हो और उसे कोई work experience ना हो, उसकी सैलरी कई चीजों पर निर्भर करती है।
जैसे – उसने किस कॉलेज से पढ़ाई की है, उसकी नॉलेज और स्किल्स क्या क्या है, उसका work फील्ड क्या है आदि।
अलग-अलग work फील्ड में अलग-अलग सैलरी मिलती है। जैसे –
- एक मार्केटिंग मैनेजर को 7 लाख रुपए प्रतिवर्ष का पैकेज मिलता है।
- सेल्स मैनेजर को 6 लाख रुपए प्रतिवर्ष का पैकेज मिलता है।
- सप्लाई चेन मैनेजर को 9 लाख रुपए प्रतिवर्ष का पैकेज मिलता है।
- एडवरटाइजिंग मैनेजर को 5 लाख रुपए प्रतिवर्ष का पैकेज मिलता है।
- अकाउंट मैनेजर को 4 लाख रुपए प्रतिवर्ष का पैकेज मिलता है।
नोट – यहां हमने औसत सैलेरी बताई है इसमें कंपनी और जगह के अनुसार बदलाव आ सकता है |
PGDM और MBA में अंतर
PGDM का कोर्स करने के बाद डिप्लोमा सर्टिफिकेट मिलता है जबकि MBA कोर्स करने के बाद डिग्री मिलती है।
पीजीडीएम का कोर्स प्रत्येक इंस्टीट्यूट अपने हिसाब से डिजाइन करता है जबकि एमबीए का कोर्स यूनिवर्सिटी के द्वारा डिजाइन किया जाता है और यह सभी कॉलेजों के लिए same होता है।
PGDM का सिलेबस मार्केट के ट्रेंड के हिसाब से बदलता रहता है जबकि MBA का सिलेबस निश्चित रहता है।
PGDM का कोर्स मैनेजमेंट के practical knowledge पर आधारित होता है जबकि MBA का कोर्स theoretical और technical ज्ञान पर आधारित होता है।
हालांकि पीजीडीएम और एमबीए कोर्स में अन्तर होता है लेकिन एक अच्छे कॉलेज से पीजीडीएम का कोर्स करने पर उसे एमबीए के बराबर ही माना जाता है।
पीजीडीएम करने के फायदे – PGDM Course karne ke fayde
1. Updated knowledge
PGDM के कोर्स का सिलेबस बिलकुल अपडेट रहता है। इसमें मार्केट के नए तकनीक और ट्रेंड को ध्यान रखा जाता है जोकि एमबीए की तुलना में ज्यादा महत्वपूर्ण है।
2. Choice of Specializations
पीजीडीएम कोर्स में आप अपने हिसाब से उन विषयों का चुनाव कर सकते हैं जिनमें आपको रुचि हो।
3. Skill development
चूंकि पीजीडीएम कोर्स में अधिकतर प्रैक्टिकल नॉलेज दी जाती है इसलिए विद्यार्थी को ऐसे प्रोजेक्ट दिए जाते हैं जिससे विद्यार्थी की कम्युनिकेशन स्किल का विकास हो सके।
4. Placement
अच्छे institute का बड़ी कंपनियों से टाई अप होता है ये विद्यार्थीयों के लिए रोजगार मेला का प्रबंध करते हैं जिसमें बहुत से विद्यार्थियों को नौकरी मिल जाती है।
इसके अलावा विद्यार्थियों को इंटर्नशिप के लिए बड़ी कंपनियों में भी भेजा जाता है, जहां उनको work experience मिलता है। इस work experience के आधार पर उन्हें आगे आसानी से नौकरी मिल जाती है।
5. Easy Financing for Courses
बहुत से ऐसे इंस्टीट्यूट जिनको AICTE द्वारा मान्यता प्राप्त है, वे विद्यार्थियों को कम ब्याज पर एजुकेशन लोन दिलाने में सहायता करते हैं।
निष्कर्ष – PGDM full form – PGDM Course kya hai
इस आर्टिकल “PGDM full form” में हमने आपको बताया कि PGDM full form क्या होता है , हमने ये भी जाना कि PGDM Course kya hai , इसकी eligibility, admission process, course fees, Job oppertunities, salary etc. के बारे में विस्तार से बताया है।
अगर अब भी आपके मन में PGDM Course से जुड़ा कोई सवाल हो तो हमें कमेंट करके पूछें।
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