Colours name in hindi ( रंगों के नाम )
रंग जिनका हमारे जीवन में बहुत ही अधिक महत्व होता है क्योंकि रंगों के बिना हमारा जीवन बेरंग सा हो जाता है। प्राचीन समय में लोग प्राकृतिक रंगों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया करते थे।
रंगों को इंग्लिश में कलर्स कहा जाता है और ऐसा कहा भी जाता है कि जो यह हमारी दुनिया है वह दो चीजों से मिलकर बनी हुई है। पहली रंग और दूसरी तरंग क्योंकि जितने भी ग्रह नक्षत्र और अन्य सभी उपाय हैं वह रंगों और तरंगों पर ही आधारित है। रंग की उत्पत्ति का प्राकृतिक स्रोत सूर्य का प्रकाश होता है।
भारतीय संस्कृति में रंगों का बहुत ही अधिक महत्व होता है क्योंकि सभी त्योहार रंग-बिरंगे होते हैं चाहे वह होली का त्योहार ही क्यों ना हो।
रंगों की वजह से हमारे जीवन में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं। रंगों की वजह से ही स्वभाव में भी बदलाव आ जाता है। रंगों का हमारे स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ता है।
आज के इस आर्टिकल में हम आपको कुछ रंगों से परिचित करवाने जा रहे हैं। जिनके नाम आप आसानी से याद कर सकते हैं क्योंकि हम आपको उन रंगों के बारे में हिंदी में अंग्रेजी में और संस्कृत में जानकारी देने जा रहे हैं।
रंगों के नाम – Names of colors in hindi
रंगों के नाम हिंदी में | रंगों के नाम अंग्रेजी में | रंगो के नाम संस्कृत में |
आसमानी | Azure | आकाशवर्णा: |
अक्वामरीन | Aquamarine | एक्वामीकरण: |
मूंगा | Coral | प्रवाल वर्ण: |
खाकी रंग | Khaki | खाकी वर्ण: |
लाल भूरे रंग | Reddish brown | अरुणः |
भूरा | Brown | कपिशः, श्यावः |
चूना | Lime | अम्लसार वर्ण: |
मैंजेंटा | Magenta | मैजेंटा वर्ण: |
पीला | Yellow | हरिद्राभः, पीतः |
गहरा नीला | Navy blue | असित नीलः |
नील | Indigo | अजनः |
नीला | Blue | नीलः |
जैतून रंग | Olive | जितवृक्षवर्ण: |
तांबा | Copper | ताम्रक |
पीतल | Bronze | कांस्य |
धूसर | Grey | धूषरः, धूम्रवर्ण:, धूसरः |
गहरा लाल रंग | Maroon | असित लोहितः |
गहरा लाल | Crimson | शोणः |
लाल | Red | रक्तवर्णः, लोहितः, रक्तः |
क्या आप जानते हैं जो मूल रंग होते हैं वह केवल 5 ही होते हैं। इसी के साथ रंगों को प्राथमिक रंग, द्वितीयक रंग और तृतीयक रंग में विभाजित किया जाता है। इसी के साथ अन्य सभी प्रकार के रंग होते हैं जिनके बारे में हम आपको जानकारी देने जा रहे हैं।
- प्राथमिक रंग:– लाल पीला और नीला यह तीनों रंग प्राथमिक रंग कहलाते हैं। यह तीन रंग अन्य रंगों का आधार होते हैं इसीलिए अन्य रंग भी इन तीन रंगों से बनाए जा सकते हैं।
- द्वितीयक रंग:– द्वितीयक रंग उन्हें कहा जाता है जिन दो प्राथमिक रंगों को बराबर मात्रा में मिलकर एक रंग तैयार किया जाता है उन्हें द्वितीयक रंग कहते हैं जैसे कि पीला – लाल = नारंगी।
- तृतीयक रंग:– प्राथमिक रंग और द्वितीयक रंग को एक समान मात्रा में मिलाकर बनाया जाने वाला रंग तृतीयक रंग कहलाता है जैसे कि लाल- बैंगनी, पीला- हरा, नीला-नारंगी इत्यादि।
- पूरक या विरोधी रंग – वर्ण क्रम में एक दूसरे के ठीक सामने आने वाली रंग एक दूसरे की विरोधी रंगते होती है। ऐसा भी कहा जा सकता है कि यदि दो प्रमुख रंग को मिला दिया जाए तो इससे द्वितीयक रंग शेष बची हुई मुख्य रंग की विरोधी रंग होती है। जैसे कि लाल का विरोधी या पूरक रंग हरा होता है उसी तरह से नारंगी का पूरक रंग नीला होता है।
- अवर्णीय रंग – श्याम और श्वेत रंग को अवर्णनीय रंग माना जाता है लेकिन किसी भी रंग की तानों के लिए दो रंग का होना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।
- उष्ण और शीतल रंग – प्रकाश के प्रभाव से जब हम कुछ रंगों को देखते हैं तो उनमें काफी ज्यादा उत्तेजना होती है जिसकी वजह से विचारों में उष्णता आने लगती है कुछ रंग ऐसे होते हैं जो शीतलता का प्रभाव उत्पन्न करते हैं ।
- उष्ण रंग- लाल पीला नारंगी या इन के सहयोग से जो भी रंग बने होते हैं उन्हें उष्ण स्वभाव वाले रंग कहते हैं।
- शीतल रंग- नीला हरा इन के सहयोग से जो भी रंग का निर्माण होता है उन्हें शीत मतलब ठंडे स्वभाव वाले रंग कहा जाता है।
- उदासीन रंग- श्वेत या काला इन के मिश्रण से जो भी रंग बनाए जाते हैं उन्हें उदासीन रंग कहा जाता है।
हिंदी,अंग्रेजी और संस्कृत में रंगों के नाम – Colours Name Hindi to English and Sanskrit
रंगों के नाम हिंदी में | रंगों के नाम अंग्रेजी में | रंगो के नाम संस्कृत में |
बैंगनी | Purple | धूमलवर्णः, धूम्रवर्ण: |
नारंगी | Orange | नारङगवर्णः, कौसुम्भः |
चांदी जैसा रंग | Silver | रजतवर्ण: |
सुनहरा | Golden | सुवर्ण: |
मटर जैसा हरा | Pea green | हरेणुवर्ण: |
बेर जैसा हरा | Plum | आलूकं वर्ण: |
हरा | Green | पलाशः, हरितः |
गेहूं जैसा रंग | Wheat | गोधुमवर्ण: |
गरम गुलाबी | Hot pink | पाटल: |
गुलाबी | Pink | श्वेतरक्तः, पाटलः |
कोयले जैसा काला | Charcoal | कालिमन् वर्ण: |
काला | Black | कालः, श्यामः, कृष्णः |
हाथी दांत | Ivory | हस्तिदन्त: वर्ण: |
हिमपात | Snow | हिमः |
सफेद | White | श्वेतः, शुक्लः |
सियान | Cyan | इन्दीवर वर्ण: |
कॉफी | Coffee | काफी |
हरि नील | Cyan | इन्दीवर वर्ण: |
केसरिया | Saffron | पिण्याकः |
आइए अब आपको कुछ रंगों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देते हैं।
- लाल रंग
लाल रंग जो हमेशा ही उत्साह, सौभाग्य, उमंग और साहस का प्रतीक माना जाता है। हिंदू धर्म में सबसे ज्यादा लाल रंग को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। देखा जाए तो आज भी दुल्हन की शादी का जोड़ा लाल रंग का ही होता है। इसी के साथ नव विवाहिता अपने हाथों में लाल चूड़ियां और मांग में लाल सिंदूर अवश्य लगाती है।
अगर घर में कोई भी शुभ कार्य होता है तो इससे पहले रंगलाल का ही इस्तेमाल किया जाता है। जैसे कि कुमकुम मोली इत्यादि लाल रंग जो मां लक्ष्मी को भी बेहद पसंद है। महालक्ष्मी के वस्त्र और उनका आसन लाल कमल का फूल ही होता है। लाल रंग का संबंध सीधे सूर्य ग्रह और मंगल ग्रह से होता है इसीलिए लाल रंग में दोनों के गुण एक समान पाए जाते हैं।
- हरा रंग
हरे रंग को सुहाग संपन्नता और शीतलता का प्रतीक माना जाता है। प्रकृति का रंग भी हरा ही होता है जिससे चारों तरफ हरियाली ही हरियाली होती है और हरियाली देखने से मन शांत होता है और आनंदित भी होता है। अगर कोई धार्मिक कार्य किया जाता है तो हरे रंग की पत्तियों का इस्तेमाल जरूर किया जाता है, क्योंकि हरा रंग हमें प्रकृति से जुड़े रहने के लिए प्रेरणा देता है। हरा रंग सकारात्मक ऊर्जा भी प्रदान करता है और तनाव और डिप्रेशन से हमारी रक्षा भी करता है।
बीमार व्यक्तियों के लिए हरा रंग जीवनदायिनी जैसा होता है इसीलिए अस्पतालों में सबसे ज्यादा हरे रंग का ही इस्तेमाल किया जाता है। घरों में भी पौधे लगाए जाते हैं जिसकी वजह से नई ऊर्जा की प्राप्ति होती है। हरा रंग बुध ग्रह से संबंधित होता है। कुंडली में बुध ग्रह व्यापार और कैरियर की स्थिति को भी दर्शाता है। बुध ग्रह को मजबूत बनाए रखने के लिए हरे रंग के पन्ने को धारण करना बहुत ही शुभ माना जाता है।
- गुलाबी रंग
गुलाबी रंग जो ज्यादातर लड़कियों से जुड़ा हुआ होता है इसीलिए इसे स्त्री रंग भी कहा जाता है। गुलाबी रंग अक्सर ही प्रेम और प्यार का प्रतीक माना जाता है। हल्का गुलाबी रंग आंखों को ठंडक देता है और वातावरण में नई ऊर्जा का संचार भी करता है। लाल और सफेद रंग को मिलाकर गुलाबी रंग का निर्माण किया जाता है। इसीलिए इस रंग में लाल रंग और सफेद रंग दोनों के ही गुण पाए जाते हैं। यह रंग सभी लोगों के बीच में प्यार को बढ़ावा देता है।
गुलाबी रंग नाजुकता और शीतलता का भी प्रतीक माना जाता है। सभी रंगों के साथ इस रंग का लगभग प्रयोग किया जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की दीवारों पर गुलाबी रंग से सकारात्मक वातावरण का निर्माण भी होता है। मां लक्ष्मी का प्रतीक चिन्ह भी गुलाबी रंग ही होता है। गुलाबी रंग गुस्सा और तनाव को भी कम करने में मदद करता है।
- नीला रंग
जल और आकाश का प्रतिनिधित्व नीला रंग ही करता है क्योंकि इसमें जल और आकाश दोनों के गुण समाहित होते हैं। नीला रंग बल, पौरूष, वीर, भाव और शीतलता का प्रतीक माना जाता है। यह रंग शनि ग्रह और राहु ग्रह से संबंधित होता है। भगवान श्री कृष्ण और भगवान शिव की आभा का रंग भी नीला ही है। नीले रंग से सम्मोहन और आकर्षण पैदा होता है। ऐसा भी कहा जाता है कि नीला रंग आत्मा का रंग होता है।
जब भी आसमान में नीले रंग की रोशनी आती है तो ऐसा प्रतीत होता है मानो हमारे शरीर से सारे नकारात्मक विचार दूर हो गए हो। शयनकक्ष में दीवारों का रंग भी अधिकतर नीला होता है। इससे नींद में आने वाली परेशानियां दूर हो जाती है। नीले रंग की फल और सब्जियां अपने आहार में शामिल करनी चाहिए। इससे हृदय से संबंधित रोग और कैंसर जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है।
- भूरा रंग
लाल पीला और नीला रंग को मिलाकर भूरे रंग के शेड बनाए जाते हैं। जैसे कि हल्का भूरा, गहरा भूरा इत्यादि। केतु ग्रह को सामान्यता भूरे रंग का ही माना जाता है। हम अपने आसपास और प्रकृति में भूरे रंग की बहुतायत को देखते हैं। पेड़ों की टहनी और तने का रंग भी भूरा ही होता है।
मिट्टी का रंग भी भूरा रंग ही होता है इसीलिए भूरा रंग हमें प्रकृति से और जमीन से जुड़े रहने की सीख भी देता है। हम अपने घरों में भी अक्सर भूरे रंग का इस्तेमाल करते हैं जैसे कि फर्नीचर का रंग, सोफे के ऊपरी रंग, भूरे रंग का इस्तेमाल करने से निखार आता है। घर के दक्षिण पश्चिम कमरे में भूरे रंग का प्रयोग जरूर करना चाहिए।
रंगों के नाम
- रंगों के नाम हिंदी में – रंगों के नाम अंग्रेजी में
- क्रिम्सन – Crimson
- फ्यूशिया – Fuchsia
- मिट्टी जैसा रंग – Clay
- टील – Teal
- पानी रंग – Aqua
- बिस्क रंग – Bisque
- आर्किड रंग – Orchid
- थिल्स रंग – Thistle
- हल्का हरे सेब जैसा रंग – Chartreuse
- गहरा नारंगी – Dark salmon
- कोरल रंग – Coral
- गहरा गुलाबी – Deep pink
- नीला बैंगनी – Blue Violet
- हल्का पीला – Light yellow
- केडेट ब्लू – Cadet blue
- स्प्रिंग हरा – Spring green
- फॉरेस्ट हरा – Forest green
- ऑरेंज लाल – Orange Red
- इस्पात नीला – Steel blue
- खुबानी – Apricot
- खरबूजा रंग – Honeydew
- तेन रंग – Tan
- सलेटी – Gray
- पन्ना रंग – Emerald
- एवोकाडो रंग – Avocado
- मिस्टिक – Mystic
- आग की लपट का रंग – Flamingo
- सैलोमी – Salomie
- तख्ती स्लेटी – Slate Gray
- आडू रंग – Peach puff
- गुलाबी ब्राउन – Rosy brown
- स्थूल लकड़ी – Burly wood
- चॉकलेट – Chocolate
- धूमिल सफेद – Off white
- टकसाल रंग – Mint
- धातुमय रंग – Metallic
- गहरा पीला – Beige
- भूरा पीला – Amber
- पेरू – peru
- जंग रंग – Rust
- फिरोज – Turquoises
- लिनेन – Linen
- सूरजमुखी रंग – Sun flower
- गेन्स बोरो रंग – Gainsboro
- अंगूर का रंग – Grape
- सरसों रंग – Mustard
निष्कर्ष – Names of colors in hindi
दोस्तों इस आर्टिकल में हमने आपको अधिक से अधिक रंगों के नाम के बारे में जानकारी दी है। इसी के साथ हमने अंग्रेजी में हिंदी में और संस्कृत में तीनों भाषाओं में रंगों के बारे में जानकारी दी है।
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