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HTML, HTML5 क्या है – आसानी से HTML और कैसे सीखें | HTML की पूरी जानकारी

HTML full form HTML kya hai hindi – इस आर्टिकल में हम यही यही जानेंगे और आपको HTML के बारे में पूरी जानकारी देंगे |

हमें जब भी किसी जानकारी की जरूरत होती है तो हम तुरंत ही इंटरनेट के इस्तेमाल से उसे सर्च करके ढूंढ लेते हैं,

इंटरनेट पर हमें जो भी इंफॉर्मेशन मिलती है वह किसी ना किसी वेबसाइट पर मौजूद होती है और वही से हमें जानकारी हासिल होती है।

इंटरनेट पर उपलब्ध सभी डाटा वेबपेज के रूप में उपलब्ध होता है यह सभी वेब पेज कंप्यूटर सर्वर में स्टोर होते रहते हैं |

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एक वेबसाइट को बहुत सारे वेब पेज को आपस में जोड़कर बनाया जाता है और हम वेबपेजेस तक इनके यूआरएल (URL) यानी कि एड्रेस की मदद से उन तक पहुंच पाते हैं |

लेकिन इन वेबसाइट और वेब पेज को कैसे बनाया जाता है या इन्हें बनाने के लिए कौन सी चीज की जरूरत होती है इसके बारे में आज हम आपको बताने वाले हैं।

वेबसाइट डिजाइन करने के लिए HTML लैंग्वेज की जरूरत होती है, HTML की मदद से हम वेबसाइट का इस्तेमाल कर पाते हैं और उनसे इंफॉर्मेशन ले पाते हैं।

HTML kya hai kaise sikhe
HTML kya hai kaise sikhe

आज के समय में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाला कंप्यूटर लैंग्वेज है एचटीएमएल (HTML), क्योंकि इस डिजिटल युग में आप सभी का काम ऑनलाइन हो रहा है। इसीलिए सभी को इस लैंग्वेज के बारे में जानना चाहिए |

आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे HTML full form HTML kya hai hindi?  HTML क्या है और इसे कैसे सीखें, HTML5 क्या है इसका उपयोग कहां और क्यों किया जाता है इन सभी के बारे में बताएंगे।

तो पूरी जानकारी के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरुर पढ़े |

HTML क्या है – What is HTML in Hindi

HTML एक मार्कअप लैंग्वेज है,

HTML का FULL Form –  Hyper Text Markup Language (हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज) होता है

HTML को वेबसाइट के वेब पेज बनाने के लिए विकसित किया गया है |

एक वेबसाइट को डिजाइन करने के लिए और वेबपेजेस के अंदर टेक्स्ट, इमेज और वीडियो और हाइपरलिंक का इस्तेमाल करने के लिए HTML लैंग्वेज का उपयोग किया जाता है।

HTML लैंग्वेज का इस्तेमाल करके हम डिवाइस के वेब ब्राउज़र को यह समझाते हैं कि हमारे वेबपेज की इंफॉर्मेशन यूजर को कैसी दिखनी चाहिए|

HTML हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज दो शब्दों से मिलकर बना है हाइपर और टेक्स्ट

हाइपरटेक्स्ट दो वेबपेज को आपस में एक टेक्स्ट के अंदर जोड़े रखता है ताकि जब कोई यूज़र उस टेक्स्ट के ऊपर क्लिक करें तो उसे अगले पेज पर पहुंचा दे।

इस प्रकार वेब पेजेज पर उपलब्ध लिंक को हाइपरटेक्स्ट हाइपरलिंक कहा जाता है,

मार्कअप लैंग्वेज किसी भी वेबसाइट के स्ट्रक्चर को बनाने में काम में आती है इसमें बहुत से टैग मौजूद होते हैं उनकी मदद से वेब पेज डिजाइन किए जाते हैं,

इनमें प्रयोग होने वाले टैग द्वारा पेज कंटेंट को डिस्क्राइब किया जाता है और एचटीएमएल के सभी टैग प्रीडिफाइंड होते हैं मतलब पहले से ही मौजूद होते हैं |

एचटीएमएल के अलावा DHTML, XHTML, XML आदि भी मार्कप लैंग्वेज है लेकिन HTML सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली लैंग्वेज है।

HTML का अविष्कार –

HTML की खोज टिम बर्नर्स ली ने सन 1980 में जिनेवा में की थी |

HTML कंप्यूटर लैंग्वेज प्रोग्राम है जिसका इस्तेमाल वेबसाइट बनाने में किया जाता है और उसमें रंग रूप स्टाइल देने के लिए CSS का इस्तेमाल किया जाता है |

CSS को cascading style sheet कहा जाता है। जिसका इस्तेमाल केवल HTML के साथ किया जाता है ताकि वेबसाइट को
रंगीन और आकर्षक रूप दिया जा सके |

HTML लैंग्वेज कंप्यूटर के अन्य लैंग्वेज जैसे कि C,C++,Java से बिल्कुल अलग है।

यह बहुत ही सरल लैंग्वेज है जिसको आसानी से समझा जा सकता है और जरूरत पड़ने पर आसानी से मॉडिफाई भी किया जा सकता है।

इसके सरलता के कारण ही HTML शुरुआत से एक लोकप्रिय लैंग्वेज है यह एक केस सेंसेटिव लैंग्वेज भी रही है मतलब कि इसमें हम चाहे तो कैपिटल लेटर या स्माल लेटर में भी टैग को लिख सकते हैं।

यह दोनों ही तरीके से काम कर सकती है लेकिन आमतौर पर इसे स्माल लेटर में ही लिखा जाता है |

HTML एक प्लेटफॉर्म इंडिपेंडेंट लैंग्वेज है इसका इस्तेमाल किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम में किया जा सकता है।

वैसे तो एचटीएमएल का उपयोग वेब पेज बनाने के लिए किया जाता है लेकिन यह सिर्फ वह वेब पेज बनाने तक ही सीमित नहीं है

एचटीएमएल का इस्तेमाल वेब पेज डेवलपमेंट, नेवीगेशन गेम डेवलपमेंट, ग्राफिक्स, वेब डॉक्यूमेंट फॉर्मेटिंग आदि में भी किया जाता है।

HTML5 क्या होता है -HTML5 Language in Hindi

 

HTML5 एचटीएमएल का एक उन्नत रूप है |

हम सब जानते हैं कि टेक्नोलॉजी की दुनिया में लगातार बदलाव होते रहते हैं और समय-समय पर चीजों को बेहतर किया जाता है ठीक उसी तरह एचटीएमएल में भी कई सारे बदलाव हो चुके हैं और इसका सबसे लेटेस्ट वर्जन html5 है।

परंपरागत रूप से अभी भी HTML के पुराने वर्जन का उपयोग किया जा सकता है लेकिन टेक्नोलॉजी में होने वाले बदलाव की वजह से वह कई सारे जरूरतों को पूरा नहीं कर पाता इसीलिए उन चैलेंजज को पूरा करने के लिए कई सारे बदलाव के साथ html5 को विकसित किया गया है।

HTML5 में एचटीएमएल से ज्यादा विशेषताएं हैं इसमें बहुत सारे नए फीचर्स और एडवांस टैग जोड़े गए हैं जिससे इसकी कोड लिखने में आसानी होती है |

इसमें बहुत सारे ऐसे टेक्स्ट और एट्रिब्यूट जोड़े गए हैं जिसके द्वारा आप वेब पेज में आसानी से ग्राफिक्स और ऑडियो-वीडियो इत्यादि जोड़ सकते हैं।

पहले के वेब पेज में डायरेक्ट ऑडियो और वीडियो जोड़ना संभव नहीं था लेकिन HTML5 के आने के बाद आप ऑडियो और वीडियो टैग के द्वारा आसानी से अपने वेबपेज पर जोड़ सकते हैं इसमें और भी बहुत सारे ऐसे फीचर्स मौजूद हैं जिससे यूजर को वेब पेज डिजाइन करने में कम कोड लिखना पड़ता है।

HTML full form HTML kya hai hindi
HTML full form HTML kya hai hindi

HTML5 के फीचर्स

HTML5 में बहुत से ऐसे फीचर से जो इसे एचटीएमएल के बाकी वर्जन से अलग बनाते हैं चलिए हम उन फीचर्स के बारे में बात कर लेते हैं-

1.Simple and secure

HTML5 के टैग को सिंपल बनाया गया है इसके सभी टैग को शार्ट कर दिया गया है जिससे कि यूजर को आसानी से सारे टैग याद रह सके।

HTML के पहले वर्जन में डॉक्यूमेंट टाइप डिक्लेरेशन लिखा जाता था जो यह बताता था कि वह पेज में किस तरह से डॉक्यूमेंट दर्शाए गए हैं।

यह डिक्लेरेशन HTML के वेब पेज में सबसे ऊपर में ही लिखा हुआ रहता था |

पुराने वर्जन में बहुत ही लंबा डिक्लेरेशन लिखना पड़ता था लेकिन नए वर्जन में यानी कि HTML5 में इसे भी छोटा किया गया है,

हालांकि लिखने में आसानी हो इसके लिए html5 में कोड को डीबग करना भी आसान है डीबग का मतलब है कोड में छिपे हुए error को ढूंढ निकालना |

HTML5 में कुछ हद तक इनबिल्ट सिक्योरिटी फीचर्स भी जोड़े गए हैं जिससे इसके बनने वाले व्यक्ति सुरक्षित होते हैं।

2.HTML5 में प्लगिन की आवश्यकता-

प्लगिन बहुत सारे प्रोग्रामिंग कोड और फंक्शंस का सिलेक्शन होता है जिसमें एक्स्ट्रा फीचर्स को जोड़ने की फैसिलिटी होती है।

HTML में पहले किसी भी तरह का ऑडियो और वीडियो फाइल जोड़ने के लिए प्लगइन की आवश्यकता होती थी जिससे वेबसाइट की लोडिंग स्पीड बढ़ जाती थी और वेबसाइट को खुलने में ज्यादा समय लगता था।

लेकिन html5 में अब प्लगिन की आवश्यकता बहुत ही कम हो गई है क्योंकि वह पेज में ऑडियो और वीडियो फाइल को ऐड करने के लिए अलग से टैग और अटरीब्यूट्स को जोड़ा गया है जिससे कि अब आसानी से दोनों फाइल्स को ऐड किया जा सकता है और इससे वेबसाइट भी बहुत तेजी से फुल पाती है।

3.Graphics design-

अब तक HTML में ग्राफिक्स और एनिमेशन बनाने के लिए कोई मैकेनिज्म उपलब्ध नहीं था लेकिन html5 की वजह से वेब डेवलपर ग्राफिक और एनिमेशन को डायरेक्टली वेबपेजेस में डाल सकते हैं इसके लिए स्पेशल टैग कैनवास का इस्तेमाल किया जाता है।

इस टैग की मदद से बहुत से ग्राफिक्स कंपोनेंट्स वेब पेज में ऐड किए जा सकते हैं जैसे बॉक्सेस, सर्कल्स, टेक्स्ट , इमेज आदि।

4.Mobile web को आसान बनाना-

पिछले एक दशक में मोबाइल इस्तेमाल करने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है।

आज हर एक छोटे बड़े क्षेत्र में काम करने वाले व्यक्ति के पास एक स्मार्टफोन जरूर होता है और आजकल सभी लोग जानकारी हासिल करने के लिए वेबसाइट का इस्तेमाल करते हैं | यूजर्स किसी भी मोबाइल डिवाइस के माध्यम से किसी भी समय वेब्स रिसोर्सेस तक पहुंचना चाहते हैं।

एचटीएमएल में बनाए गए वेबपेज यूजर फ्रेंडली होते हैं लेकिन html5 में मोबाइल और टेबलेट जैसी स्वचालित इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए वेब पेज को मोबाइल सपोर्ट के लिए सरल बना दिया है | अब चाहे कोई भी छोटा या बड़ा डिवाइस हो उनमें वेबपेज आसानी से खुल जाते हैं |

HTML5 में कई ऐसे में जोड़े गए और हटाए गए हैं जिसके कारण आज वेब डेवलपर के बीच यह एक पॉपुलर लैंग्वेज बनकर उभर रही है

आज के समय में अगर आपको एक वेब डेवलपर बनना है या ऑनलाइन काम शुरू करना है तो आपको एचटीएमएल और html5 लैंग्वेज को सीखना बहुत जरूरी है |

html5 बहुत ही आसान भाषा है आप इसे कोचिंग से या फिर ऑनलाइन वीडियो देखकर सीख सकते हैं।

HTML कैसे सीखें ? –

दोस्तों HTML बहुत ही आसान प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसे सीखना कोई बड़ी बात नहीं है, यदि आप चाहें तो 1 महीने के अंदर प्रैक्टिस कर उसमें एक्सपर्ट बन सकते हैं।

HTML सीखने के लिए आप यूट्यूब पर उपलब्ध वीडियोस की मदद ले सकते हैं वहां से एचटीएमएल सीख सकते हैं। इसके अलावा कई सारे मार्केट में ऑनलाइन कोर्स या ट्यूटोरियल उपलब्ध होते हैं जिनकी मदद से आप एचटीएमएल में एक्सपर्ट बन सकते हैं।

कोई भी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज याद करने का विषय नहीं होता है उसमें कुछ ऐसे पॉइंट्स होते हैं कुछ टैग्स होते हैं जिन्हें याद किया जाता है,

कोडिंग आप चाहे जितनी अच्छी तरीके से सीख ले जब तक आप नियमित तौर पर उसकी प्रैक्टिस नहीं करेंगे तब तक आप उस लैंग्वेज में एक्सपर्ट नहीं हो पाएंगे बिल्कुल स्पीकिंग लैंग्वेज की तरह।

इसलिए आवश्यक है कि HTML सीखने के बाद लगातार उसकी प्रैक्टिस करते रहे और नए नए प्रोग्राम लिखते रहें जिससे कुछ ही समय के अंदर आप उस भाषा में एक्सपर्ट हो जाएंगे।

HTML सीखने के बाद आवश्यक है कि नियमित तौर पर प्रैक्टिस करें इसके लिए आप अपना एक फ्री में ब्लाग क्रिएट करके वहां पर रोज  प्रैक्टिस के तौर पर आर्टिकल पब्लिस करें ,डेमो बेवसाइट बनाएं और अनुभव लें, कि किस प्रकार से एचटीएमएल प्रोग्राम बनाए जाते हैं और वह पेज क्रिएट किए जाते हैं।

HTML सीखने के लिए आप Geegsforgeegs.org वेबसाइट पर जा सकते हैं यहां पर एचटीएमएल और अन्य हाई लेवल ,लो लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का पूरा ट्यूटोरियल कोर्स उपलब्ध होता है।

जहां से आप फ्री या पेड दोनों प्रकार के कोर्स करके सर्टिफिकेट भी पा सकते हैं और अच्छा नॉलेज घर बैठे पा सकते हैं |

 

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Conclusion – HTML kya hai Kaise sikhe ?

तो मुझे उम्मीद है कि आपको HTML के बारे में पूरी जानकारी मिल गयी होगी और्व आप ये भी जान गये होंगे कि HTML full form HTML kya hai hindi & HTML kaise sikhe.

अगर आपको ये आर्टिकल “HTML full form HTML kya hai hindi” पसंद आया तो इसे शेयर जरुर करें और कुछ पूछना या कहना हो तो कमेंट भी करें |

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आप सभी ने इस आर्टिकल को पढ़ा , आप सबही नका धन्यवाद ……

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